Edited By suman, Updated: 12 Dec, 2018 02:07 PM
एक ओर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग झोला छाप डाॅक्टरों पर रोक लगाने एवं उन पर नकेल कसने के लिए सख्ती बरत रहे हैं। उनके खिलाफ लगातार कार्रवाईयों की जा रही हैं, लेकिन वहीं सरकारी अस्पतालों में डाॅक्टरों की पदस्थापना की ओर इनका ध्यान ही नहीं है। सरकारी...
छतरपुर: एक ओर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग झोला छाप डाॅक्टरों पर रोक लगाने एवं उन पर नकेल कसने के लिए सख्ती बरत रहे हैं। उनके खिलाफ लगातार कार्रवाईयों की जा रही हैं, लेकिन वहीं सरकारी अस्पतालों में डाॅक्टरों की पदस्थापना की ओर इनका ध्यान ही नहीं है। सरकारी अस्पतालाें में डाॅक्टर न मिलने से मजबूरी में लोगों को प्राइवेट व झोलाछाप डाॅक्टरों का सहारा लेना पड़ेगा। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग खुद झोलाछाप डाक्टरों को बढ़ावा दे रहा है।
अधिकारियों को अवगत कराया
ब्लॉक के कुर्राहा, गर्रोली व हरपालपुर अस्पताल डाक्टर विहीन हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया है। उनका कहना है कि डाक्टरों की कमी होने के कारण अस्पतालों को डाक्टर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।