Edited By meena, Updated: 25 Sep, 2019 02:58 PM
मध्यप्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप केस की जांच की कमान संभालते ही एडीजी संजीव शमी एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने अब इस पूरे मामले की भ्रष्टाचार के एंगल से भी जांच करने की बात कही। हनीट्रैप केस में देखा जाएगा कि जिन-जिन अफसरों और नेताओं के वीडियो...
भोपाल: मध्यप्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप केस की जांच की कमान संभालते ही एडीजी संजीव शमी एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने अब इस पूरे मामले की भ्रष्टाचार के एंगल से भी जांच करने की बात कही। हनीट्रैप केस में देखा जाएगा कि जिन-जिन अफसरों और नेताओं के वीडियो मिले, उन्होंने किन-किन लोगों और संस्थाओं को कितना फायदा पहुंचाया।
डीजीपी विजय कुमार सिंह ने एसआईटी को इस घटना के हर पहलू की बारीकी से जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिए हैं। डीजीपी का कहना है कि घटना का कनेक्शन एक जिले से न होकर कई जिलों से है इसलिए जांच का दायरा सीमित नहीं होना चाहिए। बहुत सी जानकारियां सामने आ रही हैं, इसको देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया है।
वहीं प्रशासन द्वारा महज 24 घंटे में ही एसआईटी चीफ बदले जाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। जब प्रशासन से इस बदलाव का कारण जानना चाहा तो बताया गया कि आईजी वर्मा ने ही इच्छा जाहिर की थी कि उन्हें इस जिम्मेदारी से दूर रखा जाए। हालांकि आईजी वर्मा ने इस संबंध में ज्यादा कुछ कहने से मना करते हुए सिर्फ इतना कहा कि न मैंने एसआईटी प्रमुख बनने के लिए आवेदन किया था और न ही हटने के लिए।