Edited By suman, Updated: 06 Mar, 2019 11:50 AM
लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ एक्शन मोड में नजर आ रहे है। लगातार अधिकारियों को सोच और तरीके बदलने की नसीहत दी जा रही है।एक बार फिर योजनाओं के क्रियान्वयन को और बेहतर बनाने को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अफसरों को कड़े निर्देश दिए है। कमलनाथ...
भोपाल: लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ एक्शन मोड में नजर आ रहे है। लगातार अधिकारियों को सोच और तरीके बदलने की नसीहत दी जा रही है।एक बार फिर योजनाओं के क्रियान्वयन को और बेहतर बनाने को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अफसरों को कड़े निर्देश दिए है। कमलनाथ ने बैठक में साफ कर दिया कि मध्यप्रदेश सरकार की तमाम योजनाओं के क्रियान्वयन की बड़ी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत,जनपद पंचायत और जिला पंचायत की होती है। लिहाजा हर योजना को ईमानदारी के साथ जमीन पर उतारने का काम मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को करना है।
अच्छी योजनाओं का क्रियान्वयन भी अच्छा होना चाहिए
सरकार मंत्रालय से नहीं, पंचायतों से चलती है। अच्छी योजनाओं का क्रियान्वयन भी अच्छा होना चाहिए, अन्यथा वे सफल नहीं होगी। सरकारी योजनाओं का सर्वे करवाए और उनमें सुधार करे, परिवर्तन लाए। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले सरकार जनता के बीच यह मैसेज देना चाहती है कि कांग्रेस के शासन काल में बड़ा परिवर्तन हुआ है, पुराने ढर्रे को बदला गया है, सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने अपने वादे पूरे किए है और योजनाओं पर काम कर रही है। इसी के चलते बार बार अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं। दरअसल, मंगलवार को कमलनाथ ने प्रशासन अकादमी में जिला एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक के दौरान नाथ ने मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से सुझाव मांगे और कहा कि 'बेहतर डिलेवरी सिस्टम नहीं होने की वजह से अच्छी योजनाएं भी फेल हो जाती हैं। सालों पुरानी कई योजनाएं अब भी चल रहीं हैं। डिलेवरी सिस्टम अपडेट नहीं होने की वजह से हितग्राहियों को फायदा नहीं मिल पा रहा है'।