Edited By Himansh sharma, Updated: 28 Nov, 2024 10:26 PM
पनहेटी गांव में 26 नवम्बर को एक बुजुर्ग की मौत के बाद विवाद गहराने के बाद इलाके में अब शांति बहाल हो रही है।
गुना। (मिसबाह नूर): मध्य प्रदेश के गुना जिले के पनहेटी गांव में 26 नवम्बर को एक बुजुर्ग की मौत के बाद विवाद गहराने के बाद इलाके में अब शांति बहाल हो रही है। घटनाक्रम का जायजा लेने के लिए गुना जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत गुरुवार को बमौरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पन्हेटी गांव पहुंचे। प्रभारी मंत्री ने विवाद के दौरान जान गंवाने वाले बुजुर्ग गल सिंह भील के परिजनों को ढांढस बंधाया और राज्य सरकार की ओर से 4 लाख रुपए की सहायता राशि स्वीकृत कराने का आश्वासन दिया है। इसके बाद दूसरे पक्ष के बंजारा परिवारों से भी गोविंद सिंह राजपूत ने मुलाकात की है।
मौके पर आगजनी की घटना के बाद हुए नुकसान का जायजा लेकर प्रभारी मंत्री ने आश्वासन दिया है कि बंजारा समुदाय को पूरा संरक्षण मिलेगा। उन्होंने बंजारा समाज को पेयजल व्यवस्था के लिए तुरंत ट्यूबवैल खनन कराने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। प्रभारी मंत्री ने दावा किया कि दोनों ही पक्ष शांति चाहते हैं। आपको बता दें कि एक नवंबर को गल सिंह भील का वन भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर बंजारा समाज ने मारपीट कर दी थी। जिसके बाद 25 नवम्बर को उसकी इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भील समाज के आधा सैकड़ा लोगों ने बंजारा समाज के 12 घरों को आग के हवाले कर दिया था। तब से जिला प्रशासन के अधिकारी और पुलिस फोर्स गांव में तैनात है। हालांकि पीड़ित परिवारों के बीच अभी भी भय का माहौल बना हुआ है। वे घरों से बेघर हो गए हैं। उनके पुनर्वास को लेकर भी प्रभारी मंत्री ने आश्वासन दिया है।