Edited By Jagdev Singh, Updated: 29 Jan, 2020 02:31 PM
मध्य प्रदेश के गुना जिले में एबी रोड स्थित छतरपुरिया गार्डन पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ का युवा स्वयंसेवक शिविर 31 से 2 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। इसमें संगठन के प्रमुख मोहन भागवत तीनों दिन मौजूद रहेंगे। उनके साथ अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण...
गुना/भोपाल: मध्य प्रदेश के गुना जिले में एबी रोड स्थित छतरपुरिया गार्डन पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ का युवा स्वयंसेवक शिविर 31 से 2 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। इसमें संगठन के प्रमुख मोहन भागवत तीनों दिन मौजूद रहेंगे। उनके साथ अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार भी रहेंगे। शिविर में लगभग 2 हजार छात्रों के शामिल होने की संभावना है। गुना के बाद मोहन भागवत भोपाल में 3 दिन तक मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के जिला प्रचारक और विभाग प्रचारकों की बैठक लेंगे। इसके बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रमुख अनुषांगिक संगठनों के साथ समन्वय की बैठक लेंगे।
दिग्विजय ने कहा- आरएसएस का काम ही झगड़े, दंगे-फसाद और विवाद कराना है। राष्ट्रीय स्वंसेवक संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक, गुना में 3 दिन तक चलने वाले इस शिविर में छात्र विभिन्न शारीरिक और बौद्धिक गतिविधियों में भाग लेंगे। इसमें कॉलेज स्तर पर होने वाले कार्यों की समीक्षा की जाएगी और आगे की कार्य योजना भी बनेगी।
शिविर स्थल लगभग 20 बीघा क्षेत्र में फैला है। लगभग साढ़े चार लाख वर्ग फीट में आवास व्यवस्था की गई है। तीन दिन के दौरान छात्र खासतौर पर बनाए गए पंडालों में रहेंगे।
पूरे शिविर स्थल को 4 भागों में बांटा गया है। इसमें एक ओर आवास व्यवस्था रहेगी। वहीं, दूसरी ओर पदाधिकारियों के आवास होंगे। छात्रों के आवास स्थल को 11 नगरों में बांटा गया है। यह पूरा कार्यक्रम प्लास्टिक मुक्त रहेगा। यानि इसमें किसी तरह के डिस्पोजल इस्तेमाल नहीं होंगे। इसमें एक आर्ट गैलरी भी होगी, जिसमें 250 पेंटिंग रखी जाएंगी। यह राष्ट्र गौरव का भाव जगाने वाले 8 विषयों पर आधारित होगी।
संघ नेताओं के मुताबिक दो फरवरी से संघ प्रमुख भोपाल में रहेंगे। इस दौरान वे तीन फरवरी को मप्र और छग के जिला प्रचारकों की बैठक लेंगे। लगभग पांच साल के अंतराल के बाद संघ प्रमुख इस बैठक में शामिल होंगे। इस लिहाज से माना जा रहा है बैठक महत्वपूर्ण होगी। चार फरवरी को मध्य प्रदेश-छग क्षेत्र यानी दोनों राज्यों के विभाग प्रचारकों के साथ मंथन करेंगे। पांच और 6 फरवरी को सर संघचालक आरएसएस से जुड़े अनुषांगिक संगठनों के प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे।