Edited By meena, Updated: 28 Mar, 2020 02:01 PM
मध्य प्रदेश में कोरोना का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। लॉकडाउन के कारण लोग रोजमर्रा की चीजों के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में बालाघाट निवासी रफीक खान लोगों की मदद के लिए आगे आए। वे एक छोटी सी होटल के संचालक है अपनी आमदनी से बचे हुए पैसा जोड़ जोड़ के वे...
सिवनी(अब्दुल काबिज): मध्य प्रदेश में कोरोना का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। लॉकडाउन के कारण लोग रोजमर्रा की चीजों के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में बालाघाट निवासी रफीक खान लोगों की मदद के लिए आगे आए। वे एक छोटी सी होटल के संचालक है अपनी आमदनी से बचे हुए पैसा जोड़ जोड़ के वे पवित्र यात्रा उमराह में जाना चाहते थे उनकी ख्वाहिश थी कि वे अपनी पत्नी के साथ पवित्र यात्रा उमराह करने मक्का मदीना जाए यही नहीं उनके उमराह में जाने की तारीख भी तय हो गई थी। इस बीच कोरोना वायरस के चलते पूरे विश्व मे हवाई यात्रा करने में रोक लग गई।
एक मुल्क से दूसरे मुल्क में जाना प्रतिबंधित हो गया। इस बीच देश भर में लॉक डाउन का एलान हो गया। इस एलान से वे लोग ज्यादा परेशान हो गए जो रोज कमाने खाने वाले थे। इस भयावह स्थित से निपटने के लिए हर कोई अपने अपने स्तर से तैयारियां करने लगा। इसी बीच जनाब रफीक भाई ने भी उमराह में जाने के लिए लगने वाली रकम जो लाखो में थी से गरीबो के लिए दैनिक रूरत का समान खरीदकर सैकड़ो गरीबो को इस नियत से बांटना शुरू कर दिया की खुदा इस इबादत उमराह की जगह कुबूल करेगा।
रफीक खान के द्वारा किया गया ये कार्य निश्चित ही ये बताता है कि इंसानियत की खिदमत करना भी बेहतरीन इबादतों में शुमार अमल है। होटल का व्यवसाय करने वाले रफीक हालांकि बहुत माली स्थिति में नही है फिर भी उन्होंने ऐसा करके संदेश दिया है कि इंसानियत ये सिखाती है कि यदि हमारा पड़ोसी भूखा है और उसके बच्चे दूध के लिए तड़प रहे हैं और हम तीर्थ करने की योजना बनाते हुए पैसे जमा कर रहे हैं तो ऐसी इबादत कुबूल नही होती। इसलिए इंसानियत की मदद करो खुदा तुम्हारे हज और उमराह तुम्हारी नियत को देखकर ही कुबूल कर लेगा ।