Edited By Jagdev Singh, Updated: 24 Jan, 2020 11:54 AM
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को लाडकुई से बाइक रैली से सैकड़ों की संख्या में नसरुल्लागंज पहुंचे। जहां हजारों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता व जन समुदाय को उन्होंने मिलन मैरिज गार्डन में संबोधित किया। वहीं हजारों...
सीहोर: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को लाडकुई से बाइक रैली से सैकड़ों की संख्या में नसरुल्लागंज पहुंचे। जहां हजारों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता व जन समुदाय को उन्होंने मिलन मैरिज गार्डन में संबोधित किया। वहीं हजारों कार्यकर्ताओं के साथ रैली के रूप में नसरुल्लागंज तहसील के प्रांगण में पहुंचकर जहां जन आन्दोलन कार्यक्रम के तहत तहसील का घेराव किया और प्रशासन पर जमकर बरसे।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार और उनके प्रभारी मंत्री को खरी-खरी सुनाई। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मेरे कार्यकर्ताओं के साथ प्रशासन ने कुछ गलत किया तो ठीक नहीं होगा। वहीं आरिफ अकील को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि तुम जिस तरह से गरीब लोगों के खेतों व मकानों पर निशान लगाकर उनको तोड़ने का काम कर रहे हो वह ठीक नहीं है। जिस तरह से मां नर्मदा से रेत के भारी-भरकम डंपर निकल रहे हैं, जिससे मेरे कार्यकाल में बनाए हुए रोड खराब हो रहे हैं। उन्हें रोकने में कांग्रेस सरकार नाकाम रही है।
पूर्व सीएम ने राज्य की कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाया कि वर्तमान में कुछ निर्माणाधीन रोड जो रामनगर से खरसानिया बना है। वह पूर्णता भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है और ऐसे ठेकेदार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की बात कही। वहीं शिवराज सिंह चौहान ने दो टूक शब्दों में कहा कि प्रशासन और पुलिस ईमानदारी से कार्य करे। अगर कांग्रेस सरकार की शह पर दमन किया तो आर-पार की लड़ाई गांव-गांव की जाएगी। कलेक्टर एसपी को चेतावनी दी कि रीढ़ झुकाकर काम करना बंद करें। मौके पर मौजूद एडीएम वीके चतुर्वेदी को ज्ञापन सौंपा और कहा कि अगला घेराव जरूरत पड़ने पर कलेक्ट्रट का करेंगे।
वहीं मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के माइनिंग ऑफिसर की निगरानी में रोज रेत का अवैध परिवहन हो रहा है जिसमें यहां के मंत्री भी संदेह के घेरे में हैं। रात-दिन डंपर से रेत ढोने का काम हो रहा है अभी तक सरकार द्वारा किसानों को भावंतर की राशि व गेहूं के बोनस का भुगतान नहीं किया गया और ना ही अभी तक किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ हुआ है।