Edited By meena, Updated: 23 Aug, 2019 12:52 PM
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान गुरुवार देर रात सीहोर जिले के कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। यहां वे कलेक्टर अजय गुप्ता और उनके अधीनस्थ अधिकारियों पर बरसे और क्लास लगाकर खराब हो रही सोयाबीन की फसल का फौरन सर्वे कराने और बीमा कंपनियों से फसल...
सीहोर(शैलेंद्र विश्वकर्मा): मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान गुरुवार देर रात सीहोर जिले के कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। यहां वे कलेक्टर अजय गुप्ता और उनके अधीनस्थ अधिकारियों पर बरसे और क्लास लगाकर खराब हो रही सोयाबीन की फसल का फौरन सर्वे कराने और बीमा कंपनियों से फसल मुआवजा दिलवाए जाने की बात कही।
दरअसल, गुरुवार शाम को शिवराज सिंह चौहान इंदौर से सड़क मार्ग से भोपाल लौट रहे थे। इसी दौरान सीहोर जिले के आष्टा में कुछ किसानों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और अपनी खराब हुई सोयाबीन की फसल दिखाई। किसानों ने स्थानीय प्रशासन और सरकार पर उनकी अनदेखी करने का आरोप भी लगाया।
किसानों की परेशानी सुनकर पूर्व मुख्यमंत्री ने उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया और कहा कि वे आज ही सीहोर कलेक्टर इस संबंध में चर्चा करेंगे। किसानों से किए इसी वादे को पूरा करने के लिए शिवराज चौहान देर रात कलेक्टर के कार्यालय पहुंच गए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कलेक्टर से मांग की कि बाढ़ के कारण किसानों को हुई नुकसान की भरपाई की जाए और किसानों के बिल भी माफ किए जाए।
इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा- किसानों के नुकसान को देख कर “मैं व्यथित हूं, भोपाल से इंदौर जाते समय आष्टा, सोनकच्छ और देवास तथा इंदौर में किसानों ने खराब फसल दिखाई। इसी सिलसिले में सीहोर के कलेक्टर कार्यालय में आज रात डीएम से चर्चा हुई। उन्हें ज्ञापन सौंपा। भोपाल में सीएम से भी चर्चा करूंगा। मेरी मांग है कि तत्काल फसल का सर्वे हो और बीमा कंपनी मुआवजा वितरित करे। इसके साथ ही बाढ़ में हुए नुकसान की भरपाई की जाए और किसानों को अनाप शनाप दिए बिजली के बिल तत्काल माफ किए जाएं।”