Edited By meena, Updated: 23 Sep, 2021 05:49 PM
इंदौर के लसूड़िया थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद IAS संतोष वर्मा के एक के बाद एक बड़े राज बेपर्दा हुए हैं। जाली हस्ताक्षर कर फर्जी तरीके से पदोन्नति का मामला सामने आने के बाद इंदौर पुलिस ने जुलाई महीने में संतोष वर्मा को गिरफ्तार कर लिया था और वे...
इंदौर(सचिन बहरानी): इंदौर के लसूड़िया थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद IAS संतोष वर्मा के एक के बाद एक बड़े राज बेपर्दा हुए हैं। जाली हस्ताक्षर कर फर्जी तरीके से पदोन्नति का मामला सामने आने के बाद इंदौर पुलिस ने जुलाई महीने में संतोष वर्मा को गिरफ्तार कर लिया था और वे न्यायिक अभिरक्षा में जेल में है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई जाली साइन से प्रमोशन पाने के चक्कर में की गई थी। इसके अलावा आईएएस संतोष वर्मा एक और मामले में भी आरोपी पाए गए हैं। वे अपनी सहपाठी के साथ लंबे समय से लिवइन रिलेशन में थे और शादीशुदा होने के बाद भी प्रेम विवाह किया था। उन्होंने इस दौरान महिला मित्र की झूठी शिकायत लसूड़िया थाने में की थी, लेकिन जब महिला थाने पहुंची तो पूरे मामले का खुलासा हुआ था।
लेकिन अब एक के बाद एक मामले सामने आने के बाद उनके कूटरचित दस्तावेजों से प्रमोशन के मामले में न्यायालय ने पुलिस को गहनता से जांच के आदेश दिए है। इस मामले में एसआईटी टीम गठित कर दी गई है। इस मामले की जांच पूर्वी एसपी आशुतोष बागरी ने एसआईटी एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदोरिया को सौंपी है। भदौरिया के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है। वही केस की विवेचना डीएसपी क्राइम ब्रांच अनिल सिंह चौहान करेंगे। 5 सदस्यीय एसआईटी टीम इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।