Edited By Jagdev Singh, Updated: 14 May, 2020 05:49 PM
कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से हो रही वृद्धि की वजह इंदौर देश और दुनिया में हाॅटस्पाॅट बना हुआ है। कोरोना संक्रमितों की बढ़ रही सेंखाय कि वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट से सभी जनप्रतिनिधियों से...
इंदौर: कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से हो रही वृद्धि की वजह इंदौर देश और दुनिया में हाॅटस्पाॅट बना हुआ है। कोरोना संक्रमितों की बढ़ रही सेंखाय कि वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट से सभी जनप्रतिनिधियों से चर्चा करने के लिए कहा। इसी के चलते गुरुवार को रेसीडेंसी में जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में शहर के सभी जनप्रतिनिधि मौजूद रहे कई मुद्दों पर चर्चा भी की गई।
वहीं बैठक में लॉकडाउन खोलने की स्थिति पर गम्भीरता से चर्चा की गई। बैठक के बाद मीडिया से चर्चा कर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जो बैठक संकटकाल के दौरान बहुत जरूरी है क्योकि डेमोक्रेसी में कोई भी निर्णय जनता के प्रतिनिधियो और सामाजिक संगठनों को मिलकर करना चाहिए।
वही कैलाश विजयवर्गीय ने लॉकडाउन के खोलने के सवाल पर बताया कि मुझे लगता है कि अभी तो इंदौर के लोगों को सब्र करना चाहिए क्योंकि इंदौर अभी रेड जोन में है हम नहीं हम नहीं चाहते हैं कि क्लीन इंदौर के जरिए शहर ने प्रसिद्धि कमाई थी और रेड जोन में आने के कारण हमारी बदनामी हो गई है। हम इंदौर को जीरो कोरोना करेंगे तब तक सभी लोगों को संघर्ष करना है और धैर्य रखना है। हमे उम्मीद है कि प्रशासनिक अधिकारी, नगर निगम के अधिकारी, मेडिकल की टीम, सामाजिक संगठन, जनप्रतिनिधि सभी मिलकर इंदौर को कोरोना मुक्त करेंगे इसमे समय जरूर लगेगा।
वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी है इसलिए एमएचए की शर्तों को ध्यान में रख कुछ उद्योगों को चालू किया गया है। जिन उद्योगों चालू किया गया है वहा 25 से 30 प्रतिशत तक मजदूर रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर मजदूर फैक्ट्री में ही रहे बाहर नहीं निकले। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव ने बताया कि जिस फैक्ट्री में मजदूरों के रहने की व्यवस्था है उनको परमिशन दी गई है। वहीं उनके मालिक की जवाबदारी होगी कि वह मजदूर को रखें भोजन की व्यवस्था करें और मजदूर बाहर नहीं जाए ऐसी फैक्ट्रियों को अनुमति प्रदान की है।
बाहरी प्रदेशों से आ रहे मजदूरों पर विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश की सीमा से गुजर रहे मजदूरों को पैदल नहीं चलना होगा क्योंकि ढाई हजार से ज्यादा बसें प्रदेश में मजदूरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर छोड़ने का काम करेंगी। इसके अलावा नाजुक दौर में इंदौर सहित प्रदेश के सामाजिक संगठनों द्वारा की जा रही सेवा की तारीफ भी विजयवर्गीय ने की।