Edited By meena, Updated: 26 Feb, 2020 12:10 PM
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में एक अजीबों गरीब मामला सामने आया है। यहां पिछले 6 साल से पिंजरे में बंद मादा तोते ने 3 अंडे दिए हैं। इस घटना के बाद जहां तोते के मालिक हैरान हैं तो वहीं विशेषज्ञों का कहना है...
जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में एक अजीबों गरीब मामला सामने आया है। यहां पिछले 6 साल से पिंजरे में बंद मादा तोते ने 3 अंडे दिए हैं। इस घटना के बाद जहां तोते के मालिक हैरान हैं तो वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि यह कोई करिश्मा नहीं, ऐसा हजारों में एक मामला सामने आता है।
दरअसल, जबलपुर के ब्राह्मण मोहल्ला पुरवा निवासी सतीश तिवारी ने करन प्रजाति का एक मादा तोता पाला हुआ है। जो पिछले 6 साल से पिंजरे से बाहर तक नहीं निकला फिर भी तोते (एलेक्जेंड्री पैराकीट) ने एक के बाद एक तीन अंडे दिए। पहला अंडा 30 जनवरी को, जबकि दो अंडे दो दिन पहले दिए। पहले अंडे को करन ने फोड़ दिया है, जबकि दो अंडे अभी तक सुरक्षित हैं।
इस संबंध में वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ एबी श्रीवास्तव का कहना है कि मादा पक्षियों का अंडे देना स्वाभाविक प्रक्रिया है। जैसा कि पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों में होता है। वे बिना निषेचन के अंडे देती हैं लेकिन उन अंडों से बच्चे पैदा नहीं होते। बच्चे देने के लिए पक्षियों में निषेचन प्रक्रिया जरूरी है। उन्होंने बताया कि मादा तोते ने जो अंडे दिए, वह भी ठीक ऐसा ही मामला है। भले ही मादा तोता इतने वर्षों से पिंजरे में है लेकिन उसमें ऐसे लक्षण स्वाभाविक रूप से बने। उसके अंडों से भी बच्चे तैयार नहीं होंगे।