Edited By suman, Updated: 20 May, 2019 03:47 PM

अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाली साध्वी प्रज्ञा ने अब सबसे माफी मांगने की ठान ली है। उन्होंने सजा के रूप में 21 प्रहर का मौन की बात कही है। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ट्वीट कर कहा है कि, मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है...
भोपाल: अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाली साध्वी प्रज्ञा ने अब सबसे माफी मांगने की ठान ली है। उन्होंने सजा के रूप में 21 प्रहर का मौन की बात कही है। साध्वी ने ट्वीट कर कहा है कि, मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं इसके लिए माफी मांगती हूं और अब वह 21 प्रहर का मौन रखेंगी। आगे लिखा है कि 'चुनावी प्रक्रियाओं के उपरांत अब समय है चिंतत मनन का, इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के अंतर्गत प्रायश्चित हेतू 21 प्रहर के मौन और कठोर तपस्यारत हो रही हूं'।
बयान के बाद भड़क गए थे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर दिए गए विवादित बयानों पर कड़ा ऐतराज जताया था । पीएम मोदी ने कहा था कि भले ही साध्वी ने माफी मांग ली हो, लेकिन वह अपने दिल से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाएंगे, जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा को हर किसी ने कोसा था।इनमें बिहार एक सीएम और एनडीए के महत्वपूर्ण पार्टनर नीतीश कुमार और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और चिल्ड्रेंस फाउंडेशन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी जैसे कई दिग्गज भी शामिल थे।

बता दें, एग्जिट पोल के अभी तक जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें भोपाल से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जीतती हुई नज़र आ रही हैं। चुनाव के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने कई ऐसे बयान दिए हैं, जो बीजेपी के लिए संकट का विषय बने हैं। इसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाला बयान भी शामिल है।इस अलावा साध्वी की ओर से मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे को लेकर भी विवादित बयान दिया गया था, जिसमें उन्होंने हेमंत करकरे की मौत का कारण उनका श्राप बताया था। जिसको लेकर भी खूब बवाल मचा था।