Edited By meena, Updated: 20 Jul, 2023 07:31 PM
आशा कार्यकर्ता ने सूझबूझ का परिचय देते हुए एंबुलेंस में ही महिला की डिलीवरी करा दी। जहां जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं...
खरगोन (अशोक गुप्ता): जाको राखे साइयां मार सके ना कोय इस इस कहावत को चरितार्थ करती है जिले के भीकनगांव क्षेत्र की घटना। जहां गांव गोराडिया में डिलीवरी के लिए एक महिला को एंबुलेंस से अस्पताल के लिए ले जाया जा रहा था इसी दौरान एंबुलेंस हादसे का शिकार हो गई। खास बात यह रही कि गर्भवती महिला सुरक्षित थी और आशा कार्यकर्ता ने सूझबूझ का परिचय देते हुए एंबुलेंस में ही महिला की डिलीवरी करा दी। जहां जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।
दरअसल, ग्राम गुराडिया से प्रसव पीड़ा के दौरान एंबुलेंस से भीकनगांव अस्पताल में ले जाते समय एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में एंबुलेंस एक पेड़ से टकराते हुए सड़क के नीचे उतर कर लटक गई। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर की मदद से एंबुलेंस को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल। एंबुलेंस में सवार सभी लोग बाल बाल बचे। उसी समय गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा जोरों से होने लगी।
तभी आशा कार्यकर्ता दुर्गा ने बड़े साहस का परिचय देते हुए उक्त एक्सीडेंट एंबुलेंस में ही गर्भवती महिला का प्रसव करवाया। प्रसव के बाद उक्त महिला को खरगोन रेफर किया गया। गर्भवती महिला के साथ उसका नवजात बच्चा सुरक्षित है और इस साहसी कार्यकर्ता की सभी ने तारीफ की। एक्सीडेंट होने से आशा कार्यकर्ता ने safe डिलीवरी गाड़ी में ही करा दी जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।