Edited By meena, Updated: 14 Jan, 2020 03:27 PM
मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अब भाजपा में अंदरुनी विरोधावास देखने को मिल रहा है। मध्यप्रदेश में 600 से ज्यादा पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस्तीफा दे चुके हैं। इस्तीफों की मुख्य कारण सीएए...
भोपाल: मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अब भाजपा में अंदरुनी विरोधावास देखने को मिल रहा है। मध्यप्रदेश में 600 से ज्यादा पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस्तीफा दे चुके हैं। इस्तीफों की मुख्य कारण सीएए और एनआरसी बताया जा रहा है। इस्तीफा देने वालों में भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता शामिल हैं।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सबसे ज्यादा नाराजगी खरगोन जिले में देखने को मिली। 9 जनवरी को ही भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के 173 पदाधिकारियों और करीब 500 कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। खरगोन के अलावा, भोपाल, देवास और हरदा में भी कार्यकर्ताओं के पार्टी छोड़ने की बात सामने आई है। खरगोन जिले की अध्यक्ष तस्लीम खान के अनुसार, खरगोन जिले के 173 पदाधिकारियों और 500 कार्यकर्ताओं ने अल्पसंख्यक मोर्चा से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा- हमारे समुदाय को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की आपत्तिजनक और कई बार निजी टिप्पणियों को हम लोगों ने नजर अंदाज किया, लेकिन CAA और NRC हमारी सहनशीलता से परे है।