Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 27 Mar, 2019 10:29 AM
लोकसभा चुनाव के महादंगल में टिकट की दावेदारी पेश कर रहे नेताओं को पार्टी द्वारा दरनिकार किए जाने के बाद विरोध के सुर तेज शुरु हो गए हैं। इसी कड़ी में टिकट न मिलने से शहडोल लोकसभा से वर्तमान बीजेपी सांसद ज्ञान सिंह ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया...
भोपाल: लोकसभा चुनाव के महादंगल में टिकट की दावेदारी पेश कर रहे नेताओं को पार्टी द्वारा दरनिकार किए जाने के बाद विरोध के सुर तेज शुरु हो गए हैं। इसी कड़ी में टिकट न मिलने से शहडोल लोकसभा से वर्तमान बीजेपी सांसद ज्ञान सिंह ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंंने मीडिया से चर्चा के दौरान निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। उन्होंंने कहा कि 2016 में हुए उपचुनाव में उन्होंने जिस कांग्रेस उम्मीदवार को हराया पार्टी ने उसी को मेरा टिकट काटकर प्रत्याशी घोषित किया है। इसलिए मैं अब निर्दलीय चुनाव लड़ूगा।
5 साल से लगातार विजय रहे लोकसभा सांसद ज्ञान सिंह ने बगावत पर उतर आए हैं। बीजेपी की पहली लिस्ट में शहडोल से कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुई हिमाद्री सिंह को टिकट दिया गया। जिससे वे काफी नाराज हैं।उनका कहना है कि उन्होंने जिसे हराया पार्टी ने उसे मेरा टिकट काट कर उम्मीदवार बना दिया। बता दें, हिमाद्रि ने सितंबर, 2017 में भाजपा नेता नरेंद्र मरावी के साथ विवाह रचाया। अब उन्होंने ससुराल के सदस्यों की पार्टी बीजेपी में प्रवेश कर लिया है।
हिमांद्री का कहना है कि जब उसकी ससुराल के लोग भाजपा में हैं तो उसने भी इस दल की सदस्यता ग्रहण कर ली। यह बात अलग है कि हिमाद्रि ने विवाह के समय कहा था कि कुछ भी हो जाए, कांग्रेस नहीं छोड़ेंगी, राजनीति कभी भी वैवाहिक जिंदगी के बीच नहीं आएगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने कहा कि हिमाद्रि का दलबदल कोई विचारधारा का मामला नहीं है। यह तो पूरी तरह राजनीतिक व्यावसायिकता है। हिमाद्रि को आचार्य कृपलानी और उनकी पत्नी के बारे में भी जानना चाहिए, जो रहे तो एक साथ, मगर अलग-अलग झंडे लहराया।