Edited By Jagdev Singh, Updated: 02 Jan, 2020 07:03 PM
एंटी माफिया मुहिम के बाद अब जिला प्रशासन ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त बनाने के लिए निजी क्षेत्र के नर्सिंग होम और नर्सिंग कॉलेज पर कार्रवाई की है। पिछले एक पखवाड़े में डेढ़ दर्जन से ज्यादा नर्सिंग होम को स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के...
ग्वालियर (अंकुर जैन): एंटी माफिया मुहिम के बाद अब जिला प्रशासन ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त बनाने के लिए निजी क्षेत्र के नर्सिंग होम और नर्सिंग कॉलेज पर कार्रवाई की है। पिछले एक पखवाड़े में डेढ़ दर्जन से ज्यादा नर्सिंग होम को स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के चलते नोटिस दिया गया है। वहीं तीन दर्जन नर्सिंग कॉलेज को भी नोटिस जारी किया गया है।
ग्वालियर जिला प्रशासन ने सीएमएचओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है। जिसका काम शहर में चल रहे नर्सिंग कॉलेज और नर्सिंग होम में स्वास्थ्य सेवाओं में कमियां ढूंढना है। इन कमियों के चलते स्वास्थ्य विभाग ने एक पखवाड़े के भीतर करीब 20 नर्सिंग होम के लाइसेंस एक महीने के लिए सस्पेंड किए। वहीं 35 नर्सिंग कॉलेजों को विभिन्न कमियों के चलते नोटिस थमाए गए हैं।
सीएमएचओ ने बताया कि समय-समय पर नर्सिंग कॉलेज और नर्सिंग होम की जांच की जाएगी और मरीजों की सेवा में कमी पर उनके संचालकों पर नकेल भी कसी जाएगी। इस कार्रवाई का मकसद स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि कुछ नर्सिंग होम के लाइसेंस सस्पेंड किए गए हैं, जबकि कुछ को नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं नर्सिंग कॉलेज भी नियमों के विपरीत चलने अथवा पर्याप्त स्टाफ नहीं होने के चलते नोटिस के निशाने पर आया है।