Edited By meena, Updated: 21 Jan, 2020 02:59 PM
मध्य प्रदेश में सत्ता और संगठन के बीच तालमेल बिठाने के लिए मध्य प्रदेश में समन्वय समिति का गठन किया गया है। इसमें मध्य प्रदेश से सीएम कमलनाथ, दीपक बाबरिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अरुण यादव पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन के साथ साथ कैबीनेट मंत्री जीतू...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश में सत्ता और संगठन के बीच तालमेल बिठाने के लिए मध्य प्रदेश में समन्वय समिति का गठन किया गया है। इसमें मध्य प्रदेश से सीएम कमलनाथ, दीपक बाबरिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अरुण यादव पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन के साथ साथ कैबीनेट मंत्री जीतू पटवारी को शामिल किया गया है। इस पर मीडिया में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ऐसे क्या कारण हो गए कि पार्टी और सरकार में समन्वय स्थापित करने के लिए समिति के गठन करना पड़ा। इस पर जीतू पटवारी ने कहा कि हर पार्टी का अपना काम करने का तरीका होता है। कार्यकर्ताओं के कारण सरकार बनी है। सत्ता और संगठन के बीच बेहतर समन्यव हो इसके लिए समिति बनाई गई है। संगठन मजबूती से काम कर सकें।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ, महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया और मीनाक्षी नटराजन भी शामिल है। समिति का मुख्य कार्य विधानसभा चुनाव के वक्त जो घोषणा पत्र बनाया गया था वो कितना पूरा हुआ इस पर कार्य करना है। ग्रासरूट कार्यकर्ताओं के साथ बेहतर समन्यव हो इसके लिए समिति बनाई गई है।
राजगढ़ में होने वाले बीजेपी के प्रदर्शन पर बोले मंत्री बीजेपी कार्यकर्ताओं के द्वारा महिला अधिकारियों के साथ जैसा व्यवहार किया गया वो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक दृष्टि से देखा जाए तो जो हुआ वो गलत है। प्रदर्शन के दौरान महिला अधिकारियों के बाल खींचे गए वो पूरी तरह से गलत है। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों के साथ बदसुलूकी की थी। अथिति विद्वानों पर दिया बयान उच्च शिक्षा मंत्री ने अतिथि विद्वानों को लेकर कहा कि हमारी सरकार पहले भी कह चुकी है कि किसी नौकरी से नहीं निकाला जाएगा।