Edited By Jagdev Singh, Updated: 12 Jan, 2020 03:03 PM
मध्य प्रदेश में में पीसीसी चीफ को लेकर अबतक कोई फैसला नहीं हो पाया है। इसी बीच कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। कमलनाथ सरकार में समर्थक मंत्री और नेता खुलकर सिंधिया के समर्थन में बयानबाजी कर रहे...
भोपाल: मध्य प्रदेश में में पीसीसी चीफ को लेकर अबतक कोई फैसला नहीं हो पाया है। इसी बीच कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। कमलनाथ सरकार में समर्थक मंत्री और नेता खुलकर सिंधिया के समर्थन में बयानबाजी कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट के बाद अब शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने सिंधिया को राज्यसभा भेजे जाने की पैरवी की है।
प्रभुराम चौधरी ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए सिंधिया को राज्यसभा भेजने की मांग की। चौधरी ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया वरिष्ठ और काबिल नेता हैं। उन्हें राज्यसभा भेजा जाना चाहिए। सिंधिया को राज्यसभा भेजने से पार्टी को उनके अनुभवों का लाभ मिलेगा। इससे पहले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजने की मांग पार्टी नेतृत्व से की थी।
मध्यप्रदेश से 9 अप्रैल 2020 को 3 राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। 9 अप्रैल को कांग्रेस से दिग्विजय सिंह और बीजेपी से प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का राज्यसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है। वर्तमान में विधानसभा में दलीय स्थिति के अनुसार खाली हो रही 3 सीटों में से 2 कांग्रेस और एक बीजेपी के खाते में जाने की उम्मीद है। इन्हीं में से एक सीट पर कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजने की तैयारी है।
पार्टी हाईकमान एक सीट पर सिंधिया को राज्यसभा में भेजने पर जोर दे रही है। इसकी दो वजह है सिंधिया की लंबे समय से चली आ रही है नाराजगी और दूसरी गांधी परिवार से नजदीकी हैं। वहीं राज्यसभा में अच्छे वक्ता की भी पार्टी जरूरत महसूस कर रही है। इसके अतिरिक्त ऐसा करके पार्टी नाराज चल रहे सिंधिया गुट को भी संतुष्ट करने की फिराक में है। ताकी कमलनाथ सरकार सुचारू रूप से चल सके। इस सारे गणित और समीकरण को देखते हुए माना जा रहा है कि सिंधिया को राज्यसभा सदस्य बनाया जा सकता है।
वहीं हाल ही में सिंधिया और सीएम कमलनाथ के साथ साथ दिखने से इन चर्चाओं को और बल मिल गया है। कांग्रेस की ओर से संभावित दो सीटों के लिए तीन बड़े दावेदारों पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुरेश पचौरी के नाम सामने आ रहे हैं। इसके अतिरिक्त अजय सिंह, मीनाक्षी नटराजन और दीपक सक्सेना के नाम भी दावेदारों में गिने जा रहे हैं।