Edited By Devendra Singh, Updated: 24 Jun, 2022 06:28 PM

साइबर ठग ने अपने व्हाट्सएप नंबर पर डीपी की जगह कुलपति अविनाश तिवारी (chancellor avinash tiwari) की फोटो लगा दी और फिर जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रोफसर्स से रुपयों की मांग की। कुलपति ने इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
ग्वालियर (अंकुर जैन): साइबर क्राइम (cyber crime) के मामले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन इस बार जीवाजी विश्वविद्यालय (jiwaji university) के कुलपति और प्रो. अविनाश तिवारी (avinash tiwari) के नाम पर साइबर ठगी का एक मामला सामने आया है। साइबर ठग ने अपने व्हाट्सएप नंबर पर डीपी की जगह कुलपति अविनाश तिवारी (chancellor avinash tiwari) की फोटो लगा दी और फिर जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रोफसर्स से रुपयों की मांग की। कुलपति ने इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
पैर पसार रहा है साइबर क्राइम
साइबर ठगों के खिलाफ ग्वालियर पुलिस द्वारा की जा रही लगातार कार्रवाई के बाद भी साइबर क्राइम पैर पसार रहा है। ताजा मामला जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम से ठगी के प्रयास का सामने आया है। विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसर्स के मोबाइल व्हाट्सएप नंबर पर एक मैसेज आया जिसमें पैसों की मांग की गई है। जिस नंबर से मैसेज आया है, उस डीपी पर कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी को फोटो लगी थी।

पैसों की जरूरत के लिए किया मैसेज
ठग ने कुलसचिव को भी मैसेज लिखा "hello how are you" फिर लिखा "where are you the moment" लिखा और फिर जैसे ही जवाब आया, पैसों की जरुरत होने के मैसेज भेज दिया। शंका होने पर कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी को फोन लगाकर हकीकत पूछी तो उन्होंने ऐसे किसी भी मैसेज और जरुरत से इनकार कर दिया। कुछ देर बाद अन्य प्रोफेसर्स के पास भी मैसेज आने लगे।
वायरल मैसेज के बाद सजक हुआ पूरा स्टाफ
लेकिन कुलपति के इमकार करने के बाद पूरा मामला समझ में आ गया कि ये साइबर ठग की करतूत है। जिसके बाद कुलपति ने एसपी को इसकी लिखित शिकायत की है। पुलिस का कहना है कि नंबर के आधार पर जल्दी ही ठग को गिरफ्तार किया जायेगा। उधर जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुशील मंडेरिया ने कहा कि विश्वविद्यालय के सभी स्टाफ को निर्देश दे दिए हैं कि ऐस किसी भी मैसेज अथवा मेल को गम्भीरता से नहीं लें।