Edited By Jagdev Singh, Updated: 09 May, 2020 07:36 PM
देश और मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते 25 मार्च से लगाए गए लॉकडाउन के बाद से प्रदेश सरकार ने विद्युत उपभोक्ताओं से बिजली बिल की वसूली व भुगतान नहीं करने पर कनेक्शन काटने की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी............
सतना: देश और मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते 25 मार्च से लगाए गए लॉकडाउन के बाद से प्रदेश सरकार ने विद्युत उपभोक्ताओं से बिजली बिल की वसूली व भुगतान नहीं करने पर कनेक्शन काटने की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। उपभोक्ताओं को मिली यह छूट विद्युत कंपनी ने समाप्त कर दी है। जिले के ग्रीन जोन में होने से विद्युत कंपनी ने सभी कार्य पहले के जैसे शुरू कर दिए हैंं।
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी ने सतना सर्कल के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बकाया रकम की वसूली के लिए अभियान चलाएं। बिल भुगतान नहीं करने पर उपभोक्ताओं के घर के बिजली कनेक्शन भी काटे जाएं।
वहीं इसी बीच मार्च में भुगतान की अवधि में लॉकडाउन होने व अप्रैल में जारी रहने के चलते विद्युत कंपनी का बकाया करोड़ों में पहुंच गया है। सिटी डिवीजन सतना में ही 14 करोड़ की राशि उपभोक्ताओं पर बकाया है। बीते हफ्ते शहरी केंद्रों में बिजली काउंटर खोलने व ऑनलाइन भुगतान खुला होने के बावजूद पचास प्रतिशत से ज्यादा बकायादारों ने बिल नहीं जमा किया। अब हर वितरण केंद्र में वसूली शुरू होगी।
इसी बीच दो महीने बाद जिले में मीटर रीडिंग का कार्य शुुरू होगा। कोरोना वायरस के खौफ से मीटर वाचकों ने रीडिंग करने से हाथ खड़े कर दिए थे। इसके बाद सभी जगह रीडिंग रोक दी गई थी। रीडिंग न होने से शहर के 40 हजार सहित जिले के 6.5 लाख उपभोक्ताओं को अप्रेल में औसत बिल थमाए गए थे। बिना रीडिंग मई की भी बिलिंग इन दिनों की जा रही है। डीई सिटी राजकुमार पाण्डेय ने बताया कि 20 मई से शहर में मीटर रीडिंग शुरु होगी। रीडिंग के बाद उपभोक्ताओं के दो महीने के औसत बिल को एडजेस्ट किया जाएगा।