Edited By Vikas kumar, Updated: 08 Sep, 2019 11:02 AM
मध्यप्रदेश कांग्रेस में अभी भी सियासी घमासान जारी है। कांग्रेस के दो विधायकों रणवीर जाटव और कमलेश जाटव ने स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सिलावट के पास बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता है..
भोपाल: मध्यप्रदेश कांग्रेस में अभी भी सियासी घमासान जारी है। कांग्रेस के दो विधायकों रणवीर जाटव और कमलेश जाटव ने स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सिलावट के पास बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता है। जानकारी के मुताबिक सिलावट के खिलाफ यह साजिश सिंधिया गुट के ही माने जाने वाले एक कद्दावर मंत्री ने रची थी। अब इस मामले को लेकर नई बात सामने आई है।
दरअसल, कद्दावर मंत्री सिंधिया द्धारा पिछले दिनों की जा रही अपनी उपेक्षा और तुलसी सिलावट के बढ़ते कद को लेकर परेशान और हैरान थे। ऐसे में उन्होंने अपने ग्वालियर दौरे के दौरान दोनों कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की। इसके बाद कांग्रेस के एक नेता के साथ मिलकर ग्वालियर से सटे एक जिले के होटल में पूरी प्लानिंग की। जिसके बाद उन्होंने मिलकर तुलसी सिलावट के खिलाफ मीडिया में बयान जारी किया।
सिंधिया ने लगाई फटकार
इस बात की जानकारी जब ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिली तो उन्होंने दोनों विधायकों की जमकर फटकार लगाई और तुलसी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर उनकी खिंचाई की। वहीं, दोनों विधायकों ने सिधिया से फटकार खाने के बाद उन्होंने बयान जारी किया कि उन्होंने तुलसी के खिलाफ किसी तरह के रिश्वत के आरोप नही लगाए थे। लेकिन अब यह मामला दिल्ली तक पहुंच गया है। कांग्रेस आलाकमान की गाज गिरना तय माना जा रहा है। अनुशासन समिति की रडार पर ये दोनों विधायक भी आ गए हैं। ऐसे में इन पर कांग्रेस आलाकमान की गाज गिरना लगभग तय माना जा रहा है।