Edited By meena, Updated: 21 Dec, 2019 04:21 PM
मुरैना की जौरा विधानसभा के कांग्रेस विधायक का शनिवार सुबह निधन हो गया। वे 61 वर्ष के थे। उन्हें कैंसर था और उनका भोपाल के अस्पताल में इलाज चल रहा था। विधायक बनवारी लाल के निधन के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। उनके निधन के बाद जौरा विधानसभा खाली...
भोपाल: मुरैना की जौरा विधानसभा के कांग्रेस विधायक का शनिवार सुबह निधन हो गया। वे 61 वर्ष के थे। उन्हें कैंसर था और उनका भोपाल के अस्पताल में इलाज चल रहा था। विधायक बनवारी लाल के निधन के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। उनके निधन के बाद जौरा विधानसभा खाली हो गई है। कांग्रेस के 114 विधायक रह गए हैं। अब इस सीट पर उप चुनाव होंगे।
बताया जा रहा है कि बनवारी लाल कांग्रेस वरिष्ठ ज्योतिरादित्य के कट्टर समर्थक थे। उनके निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव होगें। एक बार फिर से सिंधिया की परीक्षा होगी। चूंकि ग्वालियर और चंबल में ज्योतिरादित्य सिंधिया का काफी दबदबा है। इन क्षेत्रों की हार और जीत को अक्सर सिंधिया से जोड़ कर देखा जाता है। 2018 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को यहां से मुंह की खानी पड़ी थी।
हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद स्थितियां बदल गई हैं। कांग्रेस सरकार में ज्योतिरादित्य को अनदेखा किए जाने के आरोप लगे हैं। वहीं पीसीसी चीफ को लेकर भी असमजस की स्थिति है। सिंधिया की नाराजगी की खबरें भी आए दिन सुर्खियों में रहती हैं। इस सूरत में जौरा विधानसभा का उपचुनाव कई सवाल भी खड़े कर सकता है और कई उलझी पहेलियां भी सुलझ जाएंगी।