Edited By Desh sharma, Updated: 18 Dec, 2025 11:47 PM

मध्य प्रदेश कांग्रेस में 780 ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों की सूची जारी होते ही पार्टी नेताओं की अंदरुनी कलह भी सामने आनी शुरु हो गई है। मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने 780 ब्लॉक अध्यक्षों की लिस्ट जारी की थी।
(डेस्क): मध्य प्रदेश कांग्रेस में 780 ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों की सूची जारी होते ही पार्टी नेताओं की अंदरुनी कलह भी सामने आनी शुरु हो गई है। मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने 780 ब्लॉक अध्यक्षों की लिस्ट जारी की थी। लेकिन इस लिस्ट के जारी होते ही पुराने नेताओं और नई नेताओं के बीच घमासान छिड़ गया है। वैसे ये ब्लाक अध्यक्षों की सूची संगठन को मजबूत करने की कोशिश बताई जा रही है लेकिन नई नियुक्तियों पर असंतोष भी पनपना शुरु हो गया है।
रतलाम ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने दिया था इस्तीफा
मंगलवार रात को जारी हुए सूची के बाद रतलाम ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष हर्ष विजय गेहलोत ने इस्तीफा दे दिया था। जिसको गुटबाजी के तौर पर देखा जा रहा है। खबर ये है कि यह इस्तीफा जीतू पटवारी और कमलनाथ के बीच की पुरानी तनातनी को सुलगा रहा है। ब्लॉक स्तर पर नियुक्तियां गुटों के बीच बंटवारे का रूप ले रही हैं।
ये है असंतोष की वजह
दरअसल जीतू पटवारी ने अपने दो साल के कार्यकाल के अंतिम दिनों में यह कदम उठाया है। जीतू पटवारी का कहना है कि यह फेरबदल संगठन को मजबूत करने के लिए है। लेकिन इस दावे के विपरीत सूची जारी होने के एक दिन बाद ही छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर में सवाल उठे हैं। बात सामने आ रही है कि इन नियुक्तियों में कमलनाथ गुट को ज्यादा प्रतिनिधित्व नहीं मिला है जिससे चिंगारी भड़क रही है ।
2 साल पहले भी दिखी थी गुटबाजी..
गौर करने वाली बात है कि 2023 के विधानसभा चुनाव हार के बाद कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष के पोस्ट से हटाकर जीतू को जिम्मा दिया था। इसके बाद से ही कमलनाथ का रुख कुछ और देखा गया था। इसी साल अक्टूबर में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति पर भी विवाद हुआ था। अब ब्लॉक स्तर पर भी ये गुटबाजी देखने को मिल रही है। रतलाम में गेहलोत का इस्तीफा इसकी ओर साफ इशारा कर रहा है। हालांकि इस सारे घटनाक्रम पर कमलनाथ ने सार्वजनिक रुप से कुछ कहा नहीं है लेकिन छिंदवाड़ा में उनके समर्थक मोर्चा खोल चुके हैं।
जीतू पटवारी इस बदलाव से संगठन मजबूती की दिशा में बता रहे कदम
वैसे इसी साल जनवरी में कमलनाथ ने गुटबाजी की अफवाहों को नकारा था लेकिन ब्लाक अध्यक्षों को लेकर जो घटनाक्रम सामने आ रहा वो सब बयान कर रहा है। वैसे जीतू पटवारी इस बदलाव से संगठन मजबूती की दिशा में बता रहे हैं । लिहाजा देखने दिलचस्प होगा आने वाले दिनों में ये खींचतान कहां तक पहुंचती है।