Edited By meena, Updated: 13 Oct, 2021 12:46 PM
कोरोना की रफ्तार पूरी तरह थमी भी नहीं थी कि छतरपुर में लगातार डेंगू का प्रकोप और आतंक बढ़ता ही जा रहा है। जहां प्रशासन मदहोश, जनता बेबस, नेता, जनप्रतिनिधि कुम्भकर्णी नींद में नजर आ रहे है।
छतरपुर(राजेश चौरसिया): कोरोना की रफ्तार पूरी तरह थमी भी नहीं थी कि छतरपुर में लगातार डेंगू का प्रकोप और आतंक बढ़ता ही जा रहा है। जहां प्रशासन मदहोश, जनता बेबस, नेता, जनप्रतिनिधि कुम्भकर्णी नींद में नजर आ रहे है। बात यदि जिला अस्पताल की करें तो डेंगू जैसी बीमारी से निपटने के समुचित संसाधन नहीं हैं और न ही कोई माकूल व्यवस्था है। आलम यह है कि डेंगू के मरीज यहां से ग्वालियर, झांसी, सागर, भोपाल सहित अन्य शहरों में भागते नजर आते हैं।
हाल ही में छतरपुर के गिरजा पाटकर का बेटा, विनय पटैरिया की बेटी, RTO वाले संजू चंसौरिया की बेटी डेंगू की चपेट में हैं जिनका ग्वालियर में इलाज चल रहा है। डेंगू की चपेट में आये मरीजों के परिजनों ने कहा जिला हॉस्पिटल में ड़ेंगू से निपटने की कोई सुविधा और जरूरी संसाधन नहीं हैं जिसके चलते मजबूर होकर हमें ईलाज़ कराने जिले से बाहर जाना पड़ता है।