Edited By Vikas Tiwari, Updated: 18 Oct, 2025 01:54 PM

मध्य प्रदेश के कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र में दलित युवक के चेहरे पर पेशाब करने के मामले ने राज्य की सियासत को हिला दिया है। घटना के बाद भीम आर्मी प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण ने पीड़ित से फोन पर बात की, वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष...
कटनी: मध्य प्रदेश के कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र में दलित युवक के चेहरे पर पेशाब करने के मामले ने राज्य की सियासत को हिला दिया है। घटना के बाद भीम आर्मी प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण ने पीड़ित से फोन पर बात की, वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए जल्द ही कटनी पहुंचने की घोषणा की है। घटना के 24 घंटे बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं और वह घर में कैद होकर रहने को मजबूर है।
धमकियों से डरा सहमा पीड़ित परिवार
शुक्रवार को जब पीड़ित परिवार घर से नहीं निकला, तो कई सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता उनके समर्थन में पहुंच गए। पीड़ित युवक ने कहा कि उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है और अगर उसके परिवार को कुछ हुआ, तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
प्रशासन ने मांगे साक्ष्य
इस बीच, प्रशासन आमजन से इस घटना के वीडियो या साक्ष्य मांग रहा है। लोगों का कहना है कि जब आरोपियों के नाम सामने हैं, तो साक्ष्य मांगना पीड़ित के साथ अन्याय है।
क्या है पूरा मामला?
यह शर्मनाक घटना 13 अक्टूबर की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, पीड़ित युवक अपने खेत के पास रमगढ़ा की पहाड़ी पर अवैध उत्खनन का विरोध कर रहा था। इसी दौरान आरोपी राम बिहारी हल्दकार ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मारने की धमकी दी। वापस लौटते समय गांव के सरपंच रामानुज पांडेय, उनके बेटे पवन पांडेय, भतीजे सतीश और अन्य ने युवक को बुरी तरह पीटा। पीड़ित का आरोप है कि इसी दौरान सरपंच के बेटे पवन ने उसके मुंह पर पेशाब कर अपमानित किया।
राजनीतिक हलचल तेज
इस घटना ने प्रदेश में राजनीतिक उबाल ला दिया है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यह घटना मानवता पर कलंक है और जब तक पीड़ित को न्याय नहीं मिलेगा, लड़ाई जारी रहेगी। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि यह घटना शिवराज-मोहन सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाती है और वह खुद पीड़ित से मिलने कटनी पहुंचेंगे।
अब तक कार्रवाई क्या हुई
पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है, लेकिन आरोपी अब तक गिरफ्त से बाहर हैं। इसको लेकर दलित संगठनों ने कटनी पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।