Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 26 Mar, 2019 10:03 AM
जिले के कलेक्टर अनुराग चौधरी के बारे में एक स्थानीय समाचार पत्र में उनके खिलाफ छपा एक समाचार पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन हुआ है। इससे उनकी प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए जा रहे है। समाचार पत्र में लिखा है कि कलेक्टर अनुराग चौधरी ने सभी सरकारी...
ग्वालियर: जिले के कलेक्टर अनुराग चौधरी के बारे में एक स्थानीय समाचार पत्र में उनके खिलाफ छपा एक समाचार पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन हुआ है। इससे उनकी प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए जा रहे है। समाचार पत्र में लिखा है कि कलेक्टर अनुराग चौधरी ने सभी सरकारी कार्यालयों के लिए एक फरमान जारी किया है कि वे अपने कार्यालय के भीतर किसी भी भगवान की तस्वीर न लगाएं। इतना ही नहीं समाचार पत्र में लिखा है कि कलेक्टर के इस आदेश का पालन न करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं सबसे हैरान करने वाले कलेक्टर अनुराग चौधरी ने इस बारे में कभी कोई आदेश जारी नहीं किया। इस मामले में सबसे रोचक तथा हैरत की बात यह है कि समाचार पत्र में ही छोटे से कॉलम में कलेक्टर अनुराग चौधरी का पक्ष भी छापा गया है जिसमें इस तरह की किसी भी बात से कलेक्टर ने साफ इंकार किया है। समाचार पत्र में न तो प्रमाणिक कापी अटैच है और ना ही किसी आधिकारिक व्यक्ति का बयान का जिक्र है। प्रथम दृष्टि में ही यह किसी का षड्यंत्र लगता है जो उनकी छवि को धूमिल करने के लिए रचा गया है तथा देखने से ही यह समाचार पूरी तरह से असत्य दिख रहा है।
इस समाचार से परेशान कलेक्टर ने भी फेसबुक पर अपनी पीड़ा जाहिर की है। कलेक्टर अनुराग चौधरी ने लिखा है मैं पूर्णता धार्मिक व्यक्ति हूं और जो मैंने कहा नहीं ,जो मैंने भेजा नहीं, जो मैंने लिखा नहीं उसे मेरे नाम से छापना कहां तक उचित है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।