Edited By meena, Updated: 14 Dec, 2019 03:22 PM
सीएम कमलनाथ के निर्देश के बाद माफियाओं के खिलाफ शिकंजा जारी है। रोहित हाउसिंग सोसायटी के संचालक घनस्याम सिंह राजपूत पर आखिरकार ईओडब्लयू के शिकंजे में फस गए...
भोपाल: सीएम कमलनाथ के निर्देश के बाद माफियाओं के खिलाफ शिकंजा जारी है। रोहित हाउसिंग सोसायटी के संचालक घनस्याम सिंह राजपूत पर आखिरकार ईओडब्लयू के शिकंजे में फस गए। ईओडब्लयू ने दस साल बाद कार्रवाई करते हुए घनश्याम सिंह राजपूत व संचालक मंडल में रहे 24 पदाधिकारियों पर ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
घनश्याम सिंह राजपूत के खिलाफ फर्जीवाड़े की पहली शिकायत ईओडब्ल्यू में 2009 में हुई थी। लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और बार-बार फाइलें बार-बार बंद हो जाती थीं। ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक जांच में करीब 22.70 करोड़ रुपए का फर्जी लेन-देन पाया गया। मामले की जांच की गई तो पता चला कि संचालक मंडल ने इस गड़बड़ी को छिपाने के लिए सभी दस्तावेज व रिकॉर्ड को वकील तथा लेखापाल की सहायता से गायब करा दिया था। ईओडब्ल्यू ने मामले में विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
आरोपियों की लिस्ट
रोहित गृह निर्माण समिति के संचालक मंडल के सदस्य घनश्याम सिंह राजपूत, केएस ठाकुर, एलएस राजपूत, बसंत जोशी, सुरेंद्रा, ज्योति तारण, अमरनाथ मिश्रा, अनिल कुमार, रेवत सहारे, अमित ठाकुर,तुलसीराम चंद्राकर, मो. अय्यूब खान, श्रीकांत सिंह, एमडी सालोडकर, गिरीशचंद्र कांडपाल, सुशीला पुरोहित, रामबहादुर, कुमारी सीमासिंह, सुनील चौबे, राकेश प्रताप, अरुण भागोलीवाल, बालकिशन निवावे, सीएस वर्मा, सविता जोशी व अन्य।