Edited By Himansh sharma, Updated: 19 Dec, 2025 01:52 PM

मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि राजनीतिक सौजन्यता और मानवीय संवेदनाओं का पाठ मैंने दिग्विजय सिंह से सीखा है।
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में एक दुर्लभ और सकारात्मक राजनीतिक दृश्य देखने को मिला, जब नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह की कार्यशैली, योगदान और मानवीय संवेदनाओं की खुले मंच से प्रशंसा की।
मध्यप्रदेश के गठन के 70 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित विशेष चर्चा के दौरान मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि 1993 से 2003 तक दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में राज्य के विकास के लिए कई ऐतिहासिक और दूरदर्शी निर्णय लिए गए। उन्होंने विशेष रूप से संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट, बांध सागर परियोजना और कोलार जल परियोजना को गति देने में दिग्विजय सिंह की भूमिका को रेखांकित किया।
विजयवर्गीय ने इंदौर को लेकर भी महत्वपूर्ण उल्लेख करते हुए कहा कि इंदौर में IIM की स्थापना के पीछे तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के विशेष प्रयास रहे, जिसके परिणामस्वरूप आगे चलकर इंदौर में IIM और IIT दोनों संस्थान स्थापित हुए। उन्होंने कहा कि इंदौर देश का पहला ऐसा शहर है जहाँ ये दोनों प्रतिष्ठित संस्थान मौजूद हैं, और इसमें अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह तथा तत्कालीन नेतृत्व का बड़ा योगदान है।
सदन में भावुक क्षण तब देखने को मिला जब कैलाश विजयवर्गीय ने एक व्यक्तिगत प्रसंग साझा किया। उन्होंने बताया कि जब जबलपुर के उनके कार्यकर्ता ओमकार तिवारी अचानक गंभीर रूप से बीमार पड़े, तब दिग्विजय सिंह ने बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के तत्काल हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कर उन्हें दिल्ली भिजवाया।
मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि
राजनीतिक सौजन्यता और मानवीय संवेदनाओं का पाठ मैंने दिग्विजय सिंह से सीखा है।
उन्होंने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह का स्वभाव हमेशा ऐसा रहा है कि समर्थक हो या विरोधी, यदि कोई मदद के लिए पहुँचे तो वे कभी पीछे नहीं हटे।
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान दिया गया यह वक्तव्य आधिकारिक रिकॉर्ड का हिस्सा बना, जिसने राजनीति में परस्पर सम्मान और सौजन्यता की एक मिसाल पेश की।