Edited By Himansh sharma, Updated: 13 Dec, 2025 06:53 PM

मध्य प्रदेश में आंगनबाड़ी व्यवस्था और बच्चों के पोषण पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
कटनी। मध्य प्रदेश में आंगनबाड़ी व्यवस्था और बच्चों के पोषण पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। श्योपुर में बच्चों को रद्दी कागज पर भोजन परोसे जाने की घटना के बाद अब कटनी जिले से सामने आया वीडियो प्रशासन के दावों की पोल खोल रहा है। इस वीडियो में आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चे मध्याह्न भोजन करते दिख रहे हैं, वहीं उनके ठीक पास बकरियां भी खाना खाती नजर आ रही हैं।
जर्जर निजी भवन में चल रहा केंद्र
यह मामला कटनी जिले की ढीमरखेड़ा तहसील के ग्राम कोठी, सेहरा टोला स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का है। शनिवार को सामने आए वीडियो में साफ दिखता है कि केंद्र एक जर्जर निजी भवन में संचालित हो रहा है। बच्चों के भोजन के दौरान न तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद थीं और न ही सहायिका। स्वच्छता और निगरानी दोनों का पूरी तरह अभाव नजर आया।
लापरवाही पर नोटिस, अधिकारी करेंगी निरीक्षण
मामले की जानकारी मिलते ही परियोजना अधिकारी आरती यादव ने सेक्टर सुपरवाइजर को नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं गांव का दौरा करेंगी और आंगनबाड़ी केंद्र से जुड़ी समस्याओं का शीघ्र समाधान कराया जाएगा।
भवन दूर, सेवाएं प्रभावित
ग्रामीणों का आरोप है कि सेहरा टोला के लिए स्वीकृत आंगनबाड़ी भवन मनमाने ढंग से बैगा मोहल्ले में बनाया जा रहा है, जो गांव से करीब दो किलोमीटर दूर है। इतनी दूरी के कारण छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं का केंद्र तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। नतीजतन, टीकाकरण और पोषण जैसी जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी नियमित नहीं मिल पा रही हैं।
आश्वासन मिले, अमल शून्य
ग्रामीणों के अनुसार, पहले बैगा समाज के विरोध के बाद विभाग ने भवन निर्माण दूसरी जगह शुरू करने और सेहरा टोला में नया भवन, नई कार्यकर्ता व सहायिका की नियुक्ति का आश्वासन दिया था। लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद न तो भवन बना और न ही नियुक्तियां हुईं। मजबूरी में केंद्र अनुपयुक्त निजी स्थान पर बिना स्टाफ के चल रहा है।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर से इस पूरे मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि बच्चों का पोषण, गर्भवती महिलाओं की देखभाल और आंगनबाड़ी सेवाओं की साख बहाल हो सके।