Edited By meena, Updated: 02 Dec, 2020 06:11 PM
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार सरकारी नौकरी में लापरवाही, अनियमितता, भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवामुक्त करने के लिए बनाए गए 20:50 फॉर्मूले पर एक बार फिर सख्त नजर आ रही है। ऐसे अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा सकती है...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार सरकारी नौकरी में लापरवाही, अनियमितता, भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवामुक्त करने के लिए बनाए गए 20:50 फॉर्मूले पर एक बार फिर सख्त नजर आ रही है। ऐसे अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा सकती है जिनके CR नंबर 50 से कम हैं। उन्हें नौकरी से बाहर किया जा सकता है। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।
बुधवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभाग प्रमुखों के साथ निगम मंडल, संभागायुक्त और कलेक्टर से जानकारी जुटाने के आदेश जारी किए हैं। विभाग ने इसके लिए 4 दिसंबर अंतिम तिथि तय की है। CR में 50% से कम नंबर वाले कर्मचारियों की नौकरी जाने का खतरा है। इसी तरह जो कर्मचारी मेडिकली अनफिट हैं और इलाज के बाद भी अगर बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो उनका 15 दिसंबर के बाद चेकअप कराया जाएगा। ऐसे कर्मचारियों के पास 20 साल की नौकरी के बाद खुद रिटायरमेंट लेने का ऑप्शन दिया गया है।
वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि अधिकारियों व कर्मचारियों की फील्ड में परफॉर्मेंस के आधार पर ही पोस्टिंग की जाएगी। इसके लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान 7 दिसंबर को कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं।