Edited By meena, Updated: 04 Jun, 2019 04:19 PM
बिजली संकट को लेकर बीजेपी लगातार सरकार को घेर रही है तथा सीएम से इस्तीफे की मांग कर रही है। बिजली संकट पर कमलनाथ सरकार ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि संकट बिजली का नहीं बल्कि ट्रिपिंग का है जिसकी वजह से बार-बार बिजली गुल हो रही है...
भोपाल: बिजली संकट को लेकर बीजेपी लगातार सरकार को घेर रही है तथा सीएम से इस्तीफे की मांग कर रही है। बिजली संकट पर कमलनाथ सरकार ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि संकट बिजली का नहीं बल्कि ट्रिपिंग का है जिसकी वजह से बार-बार बिजली गुल हो रही है। इस ट्रिपिंग से निपटने के लिए ही आउट सोर्स एजेंसी की सेवा ली जाएगी। सीएम ने अपनी टीम से कहा है कि वो जनता में ये भ्रम फैलने से रोके कि प्रदेश में बिजली संकट है।
लगातार हो रही किरकरी तथा बिजली संकट से निपटने के लिए सीएम कमलनाथ ने भोपाल में ऊर्जा विभाग की बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने निर्देश दिया कि बिजली फाल्ट को सुधारने के लिए आउट सोर्स एजेंसी की मदद ली जाए। सीएम ने कहा पूरे प्रदेश में इसकी पुख़्ता व्यवस्था की जाए कि बिजली सप्लाई निर्विघ्न रूप से चलती रहे।
सीएम कमलनाथ ने स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश में बिजली संकट को लेकर फैलाया जा रहा झूठा प्रचार खत्म किया जाए। जनता को बताएं कि बिजली की कोई कमी नहीं है। साथ ही मेंटेनेंस के दौरान जब लाइन बंद की जाए तो उसकी जानकारी पहले से उपभोक्ताओं को दी जाए, ताकि लोगों में ये भ्रम ना फैले कि प्रदेश में बिजली संकट है और अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। मेंटेनेंस के नाम पर होने वाली बिजली कटौती की सूचना उपभोक्ताओं को दी जाएगी। इसके साथ ही तार और डीपी खरीद मामले की जांच के लिए कमेटी बनाने का भी फैसला भी किया है। ये कमेटी द्वारा घटिया उपकरण खरीदने के मामले की जांच करेगी। बिजली कटौती को लेकर बेवजह किसी अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी।