Edited By Jagdev Singh, Updated: 29 Jan, 2020 05:42 PM
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में विभिन्न संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया। वहीं इस बंद का असर खंडवा में मिला-जुला देखने को मिल रहा है। खंडवा के लगभग सभी मुस्लिम क्षेत्र पूरी तरह से बंद हैं। यहां दुकानदारों ने कारोबारियों ने अपना...
खंडवा/रतलाम/रायसेन: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में विभिन्न संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया। वहीं इस बंद का असर खंडवा में मिला-जुला देखने को मिल रहा है। खंडवा के लगभग सभी मुस्लिम क्षेत्र पूरी तरह से बंद हैं। यहां दुकानदारों ने कारोबारियों ने अपना कारोबार बंद करके इसका विरोध दर्ज कराया है। पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। कुछ मार्केट और इलाके खुले हुए हैं। विरोध में शामिल लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि बंद काफी शांतिपूर्ण रहा है। इस कानून के विरोध में सभी लोगों ने अपनी स्वेच्छा से बंद को समर्थन दिया है।
रतलाम में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा के बैनर तले देशभर में बुधवार को बंद के आह्वान पर रतलाम में भी मुस्लिम बहुल क्षेत्र में बंद का असर देखा गया। वहीं शहर के मुख्य बाजार आम दिनों की तरह खुले रहे। रतलाम में बहुजन क्रांति मोर्चा, भारत मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ओर भीम आर्मी के बैनर तले पैदल रैली अंबेडकर सर्कल तक निकाली गई। रैली शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई। पुनःअंबेडकर सर्कल पहुंची जहां रैली का समापन हुआ। रैली में लोग हाथ में काली पट्टी बांधे चल रहे थे और सीएए, एनआरसी, एनपीआर को वापस लेने के नारे लगा रहे थे। पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा भारत बंद के दौरान रतलाम में भी बंद को लेकर ड्रोन निगरानी की जा रही थी और चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात था।
सीएए एवं एनआरसी को लेकर व्यापक स्तर से रायसेन में बंद का असर रहा। पंचर की दुकान से लेकर बड़े- बड़े मॉल बंद रहे। इस बंद का दुकानदारों ने समर्थन किया और तिपट्टा बाजार से लेकर इंडियन चौराहा महामाया चौक इंदिरा बाजार चूड़ी बाजार इन सभी स्थानों पर दुकानें बंद रहीं। दुकानदारों का कहना है कि उन्होंने अपनी दुकानें बंद करके इस काले कानून के विरोध में बंद का समर्थन किया है अपनी दुकानें बंद की हैं।