Edited By Vikas kumar, Updated: 23 Dec, 2018 05:38 PM
प्रदेश में 15 वर्ष बाद सत्ता परिवर्तन के बाद इंदौर में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि, नई सरकार के कुछ दिनों के कार्यकाल में उन्होंने यह अंदाजा लगाया है कि पिछ...
भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इंदौर में मीडिया से बात करते हुए बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि, 'नई सरकार के कुछ दिनों के कार्यकाल में यह अंदाजा लगाया है कि पिछली सरकार ने प्रशासन के बीच दलाल तैयार कर दिए हैं। पहले कभी एसपी, कलेक्टर के तबादले के लिए पैसा धेला नहीं चलता था। उनके माध्यम से पैसा वसूल नहीं किया जाता था। उनको भीड़ इकट्ठी करने के लिए सरकारी तंत्र का उपयोग नहीं किया जाता था। लेकिन इस सरकार ने ऐसा किया। इसलिए इस प्रशासकीय तंत्र को सुधारने की आवश्यकता है।
इसके बाद दिग्गी राजा ने कहा कि,'हमारे वक्त सरकार के ऊपर 24 हजार करोड़ का लोन था लेकिन अब दो लाख करोड़ का कर्ज हो चुका है। प्रशासनिक महकमों से दलालों को निकालना बेहद जरूरी है और यह काम कमलनाथ बखूबी कर सकते हैं और वे एक अच्छे शासक के तौर पर उभर के सामने आएंगे।'
भगवान हनुमान की जाति बताने पर बीजेपी को घेरा
बजरंग बली की जाति-धर्म को लेकर की जा रही बयानबाजी पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, हिन्दू देवता पर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य भाजपा नेताओं के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा अखाड़ा परिषद जैसे संगठनों को कोई भी संबंध नहीं रखना चाहिये और इन नेताओं का सार्वजनिक रूप से तिरस्कार किया जाना चाहिये। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि, 'भगवान हनुमान को लेकर अनर्गल बहस की शुरूआत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजरंग बली को दलित कहकर की थी। इसके बाद अन्य बीजेपी नेताओं ने बजरंग बली को मुसलमान और जाट भी बता दिया।' 71 वर्षीय राज्यसभा सांसद ने कहा कि, हम हनुमान को भगवान शंकर का अवतार मानते हैं। लेकिन भाजपा नेता भगवान हनुमान को भी जाति-धर्म के मामले में घसीट रहे हैं। आखिर ये नेता किस धर्म का पालन कर रहे हैं ? उन्होंने मांग करते हुए कहा कि, योगी और अन्य भाजपा नेताओं को भगवान हनुमान पर अपने आपत्तिजनक बयानों के लिये माफी मांगनी चाहिये। इसके साथ ही, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद और अखाड़ा परिषद जैसे संगठनों को इन नेताओं का सार्वजनिक रूप से बहिष्कार व तिरस्कार करना चाहिये।
टाइगर जिंदा है पर कसा तंज
दिग्विजय ने मध्यप्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बहुर्चिचत बयान 'टाइगर जिंदा है' पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि, टाइगर के नाखून और दांत तो निकल चुके हैं। वैसे भी संकटग्रस्त प्रजाति के टाइगर के संरक्षण की जवाबदारी अब हमारी है।
किसानों की कर्जमाफी पर भी बोले
प्रदेश की नवगठित कांग्रेस सरकार की कर्जमाफी योजना के दायरे में कथित रूप से नहीं आने के कारण खंडवा जिले में आदिवासी तबके के 45 वर्षीय किसान ने आत्महत्या कर ली है। इस बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। लेकिन हमने सूबे में किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा जून 2018 में की थी। उस अवधि में जितने भी किसान कर्जदार थे, उनके कर्ज माफ होंगे।
व्यापम मामले को सीबीआई दबाने की कोशिस कर रही है
दिग्विजय ने आरोप लगाते हुए कहा कि, व्यापमं घोटाले की जांच कर रही सीबीआई इस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। इन हालात में व्यापमं मामले को लेकर उठाये जाने वाले कदमों पर हम अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, 'आगामी लोकसभा चुनाव तय करेंगे कि देश महात्मा गांधी के दिखाये रास्ते पर चलेगा या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर के प्रर्दिशत पथ पर आगे बढ़ेगा।'