Edited By meena, Updated: 27 Jun, 2020 10:53 AM
मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए शिवराज सरकार 1 जुलाई से किल कोरोना अभियान की शुरुआत करने जा रही है। राज्य में यह अभियान 1 जुलाई से शुरू किया जाएगा लेकिन राजधानी भोपाल में इस अभियान की शुरुआत आज शनिवार 27 जून से ही हो रही है।...
भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए शिवराज सरकार 1 जुलाई से किल कोरोना अभियान की शुरुआत करने जा रही है। राज्य में यह अभियान 1 जुलाई से शुरू किया जाएगा लेकिन राजधानी भोपाल में इस अभियान की शुरुआत आज शनिवार 27 जून से ही हो रही है। इसके तहत राज्य शासन के कर्मचारी लोगों के घर घर जाकर उनसे सवाल पूछेंगे और साथ ही कोरोना संबंधित लक्षणों का पता लगाएंगे। बीमारी के लक्षण के आधार पर मौके पर कर्मचारी लोगों का रैपिड टेस्ट करेंगे। रैपिड टेस्ट की रिजल्ट पॉजिटिव आने के साथ ही सैंपल जांच में भेजे जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेशभर में करीब 23 हजार से ज्यादा टीमों को तैयार किया गया है।
दरअसल राजधानी भोपाल में पिछले कुछ दिनों से कोरोना ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। इसलिए कोरोना पर काबू पाने के लिए यहां आज से ही कोरोना किल अभियान के तहत कुल 800 टीमें रोजाना करीब 198000 लोगों का सर्वे करेगी। इसके लिए टीमों को टारगेट दिए जाएंगे। यह टीम लोगों के घर-घर जाकर उनसे जानकारी इकट्ठा करेगी। इसी के साथ 22000 टीम हर दिन करीब 500000 से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग करेगी। मरीजों में करुणा के संदिग्ध इलेक्शन देखने पर उनका तुरंत रैपिड टेस्ट किया जाएगा। जहां मरीजों में डेंगू मलेरिया के लक्षण मिलने पर उसकी जानकारी नोडल सेंटर कोरोना से संदिग्ध मरीज मिलने पर उसकी जानकारी नोडल अधिकारी और बुखार तथा अन्य लक्षण मिलने पर फीवर क्लीनिक रेफर किया जाएगा।
वहीं सर्वे टीम के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए हर टीम को विशेष किट दी जाएगी। इस किट में पल्स ऑक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थमार्मीटर, ट्रिपल लेयर, सर्जिकल ग्लव्स, कॉटन, सैनिटाईजर के साथ रैपिड डायग्नोस्टिक किट, क्लोरोक्वीन, प्राइमाक्वीन और पैरासिटामॉल टैबलेट दी जाएगी। इसके साथ ही हर टीम को बायोमेडिकल वेस्ट बैग दिया जाएगा ताकि बायोमेडिकल वेस्ट इधर उधर ना फेंका जाए।