Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 09 Mar, 2019 03:26 PM
मुख्य वन संरकक्षक कार्यालय में शुक्रवार की दोपहर उस वक्त अफरातफरी मच गई। जब कार्यालय के अंदर ही सीसीएफ मोहन मीणा और एक निलंबित वनरक्षक उमाशंकर गुर्जरकर के बिच मारपीट होने लगी। इससे पहले कि मामला हाथापाई से और आगे बढ़ता गनीमत रही कि यहां मौजद अन्य वन...
बालाघाट: मुख्य वन संरकक्षक कार्यालय में शुक्रवार की दोपहर उस वक्त अफरातफरी मच गई। जब कार्यालय के अंदर ही सीसीएफ मोहन मीणा और एक निलंबित वनरक्षक उमाशंकर गुर्जरकर के बिच मारपीट होने लगी। इससे पहले कि मामला हाथापाई से और आगे बढ़ता गनीमत रही कि यहां मौजद अन्य वन अधिकारीयों और कर्मचारियों के द्वारा बीच बचाव किया गया तथा मामला शांत किया गया। इस मामले में लिखित शिकायत के आधार पर कोतवाली पुलिस ने निलंबित वनरक्षक उमाशंकर गुर्जरकर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को निलंबित अधिकारी उमाशंकर गुर्जर एक महिला को लेकर सीसीएफ कार्यालय पहुंचा। कार्यालय पहुंचकर निलंबित वनरक्षक द्वारा अश्लील गाली-गलौच की जाने लगी। कार्यालय में मौजूद महिलाओं से अभद्रता की तथा वन रक्षक मोहन मीणा से हाथापाई की। इतना ही नहीं वह उनके कक्ष में घुसने और कुर्सी उठाकर मारने का प्रयास करने लगा। इसी दौरान मौके पर मौजूद डीएफओ तथा रेंजर विभाग के अन्य अधिकारियों द्वारा बीच बचाव किया गया। जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया तथा लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई। लिखित शिकायत के आधार पर निलंबित वनरक्षक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर मामले को जांच में लिया गया है। वहीं निलंबित वनरक्षक की शिकायत को भी जांच में लिया गया है।