Edited By Devendra Singh, Updated: 24 May, 2022 11:39 AM
क्षेत्रीय विधायक मंत्री भारत सिंह कुशवाह (minister bharat singh kushwah) ने खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh) से मुलाकात की और कैंप लगाने की इच्छा जाहिर की। हालांकि सीएम इसके लिए सोच में पड़ गए कि कितना बड़ा काम कैसे होगा।
ग्वालियर (अंकुर जैन): स्वास्थ्य शिविर (health campaign) तो कई लगाए गए हैं लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसा डेंटल कैंप (dental camp) कहीं नहीं लगा जो ग्वालियर ग्रामीण में लगाया गया है। राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह (bharat singh kushwah) ने इसके लिए खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chuohan) को यह बताया था कि ग्वालियर ग्रामीण (gwalior urban) में हजारों लोग ऐसे हैं, जिन्होंने सालों से रोटी नहीं खाई और सिर्फ दूध दलिया खाकर जी रहे हैं। अब ऐसे लोगों को इस शिविर से उम्मीद जाग उठी है।
मंत्री के अथक प्रयासों से लगा दंत कैंप
ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र में हजारों लोग ऐसे हैं। जिनके समय से पहले दांत गिर गए और वे कई सालों से सिर्फ दूध-दलिया खाकर जी रहे हैं। ऐसे लोगों की जब संख्या बढ़ने लगी तो राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह ने इसे गंभीरता से लिया। पूरे प्रदेश में दंत शिविर (dental campaign) अभी तक इतने बड़े स्तर पर कहीं नहीं लगा है। इतनी बड़ी संख्या में एक ही जगह पर दांतों का इलाज करवाना चुनौती भरा काम है। इसके लिए क्षेत्रीय विधायक मंत्री भारत सिंह कुशवाह (minister bharat singh kushwah) ने खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh) से मुलाकात की और कैंप लगाने की इच्छा जाहिर की। हालांकि सीएम इसके लिए सोच में पड़ गए कि कितना बड़ा काम कैसे होगा। लेकिन मंत्री ने हजारों लोगों का हवाला दिया और कहा कि सालों गुजर गए इन लोगों ने दूध दलिया के अलावा कुछ नहीं खाया।
एक दिन में 300 लोगों ने कराया पंजीयन
इसका नाम दंत क्रांति शिविर (dant kranti campaign) दिया गया है। पहला कैंप बेहट गांव में लगाया गया। जहां पहले ही दिन लगभग 300 लोगों ने दांतों का इलाज कराने का पंजीयन करा लिया है। इस कैंप का आयोजन एमपीसीटी डेंटल कॉलेज (mpct dental collage) एवं हॉस्पिटल की ओर से किया जा रहा है। जबकि इसकी मॉनिटरिंग जिला स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। कैंप, मंत्री भारत सिंह कुशवाह के उद्यानिकी विभाग की सीएसआर निधि से लगाया गया है। खास बात तो यह है कि ग्रामीण इलाके में पंचायत स्तर पर ऐसे कई कैंप लगाए। जिसमें हजारों लोगों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।
नि:शुल्क कैंप से जागी लोगों में उम्मीद
दरअसल यह कैंप लगाना कठिन इसलिए होता है। क्योंकि दांत लगाने के लिए मरीज की तीन से पांच बार की सिटिंग होती है। और गरीब तबके के आदमी को दांत लगवाना काफी महंगा पड़ता है। 5 से 10 हजार से लेकर 25 हजार तक का खर्च एक मरीज पर आता है। ऐसे में यह नि:शुल्क कैंप अपने आप में मिसाल बनेगा।