Edited By meena, Updated: 08 Nov, 2020 12:31 PM
मध्य प्रदेश के निवाड़ी में बोरवेल में गिरकर जान गवाने 3 वर्षीय प्रहलाद की मौत पर सीएम शिवराज सिंह चौहान व पूर्व सीएम कमलनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में, वे और पूरा प्रदेश प्रहलाद के...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश के निवाड़ी में बोरवेल में गिरकर जान गवाने 3 वर्षीय प्रहलाद की मौत पर सीएम शिवराज सिंह चौहान व पूर्व सीएम कमलनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में, वे और पूरा प्रदेश प्रहलाद के परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने प्रहलाद के परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने व उनके खेत में एक नया बोरवेल बनाए जाने की घोषणा की।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट में लिखा कि- मुझे अत्यंत दुःख है की निवाड़ी के सैतपुरा गांव में अपने खेत के बोरवेल में गिरे मासूम प्रहलाद को 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बचा नहीं पाए। एसडीआरएफ़, एनडीआरएफ़, और अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन-रात मेहनत की लेकिन अंत में आज सुबह 3:00 बजे बेटे का मृत शरीर निकाला गया। दुःख की इस घड़ी में, मैं एवं पूरा प्रदेश प्रहलाद के परिवार के साथ खड़ा है और मासूम बेटे की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहा है। सरकार द्वारा प्रहलाद के परिवार को ₹5 लाख का मुआवज़ा दिया जा रहा है, एवं उनके खेत में एक नया बोरवेल भी बनाया जाएगा। वहीं उन्होंने जनता से अपील की कि जो भी अपने यहां बोरवेल बना रहे है, वो बोर को किसी भी समय खुला न छोड़े। पहले भी ऐसे अकस्मात में बहुत से मासूम अपने जीवन गंवा चुके है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी जताया शोक
3 साल के मासूम प्रहलाद के निधन पर पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी ट्वीट कर दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि निवाड़ी के सैतपुरा गांव में बोरवेल में गिरे मासूम बालक प्रह्लाद के नहीं बच पाने की बेहद दुखद ख़बर प्राप्त हुई। हम सभी उसके सकुशल बाहर निकलने की प्रार्थना कर रहे थे। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। ईश्वर परिवार को इस वज्रपात को सहने की शक्ति प्रदान करे।
आपको बता दें कि 4 नवंबर को निवाड़ी जिले में खेत में बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में 3 साल का मासूम प्रहलाद गिर गया था। उसे बचाने के लिए 90 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था। देर रात करीब 11 बजे एनडीआरएफ की टीम ने खुदाई रोक दी थी। लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद झांसी से एक्सपर्ट की टीम आई, जिन्होंने मैग्नेटिक अलाइनमेंट के जरिए सुरंग की दिशा तय की। इसके बाद दोबारा खुदाई शुरू की गई और रात तीन बजे बच्चे को निकाला गया। इससे बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। प्रहलाद को मृत घोषित कर दिया गया।