Edited By meena, Updated: 03 Apr, 2020 05:10 PM
देश में लॉकडाउन के बाद लोग अपने आप को कोरोना की महामारी से बचाने के लिए जतन करते नजर आ रहे हैं। खंडवा के गांव बावड़ियाकाजी के लोग अपने गांव को इस महामारी से बचाने के लिए गांव के मुहाने पर सोशल पुलिसिंग करते नजर आ रहे हैं। ये गांव वाले अपने गांव में...
खंडवा(निशांत सिद्दकी): देश में लॉकडाउन के बाद लोग अपने आप को कोरोना की महामारी से बचाने के लिए जतन करते नजर आ रहे हैं। खंडवा के गांव बावड़ियाकाजी के लोग अपने गांव को इस महामारी से बचाने के लिए गांव के मुहाने पर सोशल पुलिसिंग करते नजर आ रहे हैं। ये गांव वाले अपने गांव में न तो किसी को आने दिया न ही गांव के किसी व्यक्ति को बाहर जाने दे रहे हैं। यहां हर आने जाने वाले पर नजर रखी जा रही हैं। गांव वालों का मानना है कि ऐसा करने से उनका गांव कोरोना से सुरक्षित रहेगा इसलिए उन्होंने अपने गांव को ही लॉक डाउन कर रखा हैं।
खंडवा शहर से 10 किमी की दूरी पर बसे बावड़ियाका गांव में पटेल समाज के करीब 1 हजार लाेग रहते हैं। गांव का अपना अनुशासन भी है। काेराेना वायरस का संक्रमण गांव में ना आ जाए इसलिए युवा और बुजुर्गाें ने गांव की सीमा पर रास्ता राेक दिया।ग्रामीण बाहर से आने वाले हर व्यक्ति काे वापस लाैटा रहे हैं। चाहे वह परिवार का सदस्य क्याें ना हाे। उनकी इस कोशिश से सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए पुलिस काे भी गांव तक नहीं आना पड़ रहा। गांव के युवा हर नियम का पालन स्वयं कर रहे हैं और करवा भी रहे हैं। भीड़ ना हाे इसलिए गांव में समय समय पर युवा गस्त भी कर रहे हैं बाहर निकलने वालो को समझाईश भी दी जा रही हैं। ग्रामीणाें ने इस लॉक डाउन के लिए प्रशासनिक अफसराें काे फाेन किया ना सख्ती के लिए पुलिस की मदद मांगी। अपना गांव अपना अनुशासन बनाकर ग्रामीणाें ने स्वयं ही काेराेना वायरस से लड़ने के लिए बचाव लॉक डाउन हो गया।