Edited By meena, Updated: 22 Feb, 2020 12:03 PM
कमलनाथ सरकार के मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा की घटिया शब्दावली की वजह से सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी हो रही है। कुछ लोग उन्हें पीएम मोदी से सीखने की सलाह दे रहे हैं। तो कुछ उन्हें तरह तरह की सलाह दे रहे हैं...
भोपाल: कमलनाथ सरकार के मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा की घटिया शब्दावली की वजह से सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी हो रही है। कुछ लोग उन्हें पीएम मोदी से सीखने की सलाह दे रहे हैं। तो कुछ उन्हें तरह तरह की सलाह दे रहे हैं। दरअसल, वे किसानों के लिए आयोजित एक जनसभा में सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे। इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'क्या अंधे, लंगड़े-लूले लोगों को मिलने वाली पेंशन राशि को 300 से बढ़ाकर 1000 रुपये करना गलत काम है? किसानों के लिए 100 यूनिट का 100 रुपये करना गलत है।'
अपने इस भाषण को लेकर हुकुम सिंह कराड़ा यूयर्स के निशाने पर हैं। कई लोग उन्हें पीएम मोदी से सीखने की सलाह दे रहे हैं। वो बता रहे हैं कि एक पीएम मोदी हैं जो इस तरह के लोगों को विकलांग तक नहीं कहते। उनके लिए दिव्यांग शब्द को गठित किया गया। वहीं एक कांग्रेस सरकार में मंत्री हैं जो उन्हें सीधे-सीधे अंधे,लंगड़े और लूले कह रहे हैं।
वहीं पीएम मोदी के एक फैन ने कमलनाथ के मंत्री पर निशाना साधते हुए लिखा, 'एक तरफ मोदी जी है जो दिव्यांग भाई बहनों का बहुत सम्मान करते है, दूसरी तरफ कांग्रेसी उनको अंधे, लंगड़े, लूले कहते हैं शर्मनाक।' इसी तरह एक दूसरे शख्स अंकित सिंह ठाकुर ने ट्वीट में लिखा कि, 'बात सही बोल रहा है पर बोलने का तरीका वही जाहिलों जैसा है।' एक यूजर भारत सिंह सेंगर ने लिखा है, 'कुछ तो शर्म करो मंत्री जी उन्हें दिव्यांग कहते हैं।'