Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 27 Mar, 2019 04:49 PM
प्रदेश में दोहरे मौसमी तेवर से जहां एक ओर किसान को बारिश से फसलों की बर्बादी का खतरा है वहीं गर्म लू से जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रदेश में कुछ स्थानों पर सोमवार-मंगलवार की रात में बौछारें पड़ने के साथ ही रीवा क्षेत्र में ओले भी गिरे। साथ ही हवा का...
भोपाल: प्रदेश में दोहरे मौसमी तेवर से जहां एक ओर किसान को बारिश से फसलों की बर्बादी का खतरा है वहीं गर्म लू से जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रदेश में कुछ स्थानों पर सोमवार-मंगलवार की रात में बौछारें पड़ने के साथ ही रीवा क्षेत्र में ओले भी गिरे। साथ ही हवा का रुख बदलने से मंगलवार को राजधानी में दिन के तापमान में 3 डिग्रीसेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई। वहीं ग्वालियर चम्बल संभाग में हलकी बारिश हुई।
गौरतलब है कि, प्रदेश के रीवा जिले समेत कई स्थानों पर तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। जिले के लगभग 11 गांवों में आंवले के आकार के 10 से 15 ग्राम के ओले गिरे हैं। जिससे किसानों की फसले खराब हो गई तथा उनके माथे पर चिंता की लकीरे साफ दिखाई देने लगी।ओलावृष्टि का सबसे ज्यादा असर जिले के माड़ौ, बैकुंठपुर, चिल्ला, जवा के चौखड़ी सितलहा में रहा। जिससे चना, सरसों, गेहूं की फसलों को नुकसान पहुंचा है।
वहीं दूसरी तरफ मार्च में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरु कर दिया है। जिससे खरगोन में मंगलवार काे पारा 41 जबकि भोपाल में पारा 35.1 डिग्री रहा। आने वाले दिनों में गर्मी तथा सूरज की तपिश से राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं विदर्भ से सटे 13 जिलाें में बुधवार और गुरुवार काे लू चल सकती है। इनमें ग्वालियर, चंबल, धार, खरगाेन, रीवा, सतना, छिंदवाड़ा, रतलाम बैतूल मंदसाैर, नीमच, टीकमगढ़, छतरपुर जिले शामिल हैं।