Edited By meena, Updated: 24 Sep, 2019 09:57 AM
1984 सिख विरोधी दंगों की फाइल पुन: खुलने के कारण मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। इस केस के मुख्य गवाह मुख्तियार सिंह ने सोमवार को एसआईटी के सामने पेश हुए और कमलनाथ के खिलाफ गवाही देने की हामी भरी...
भोपाल: 1984 सिख विरोधी दंगों की फाइल पुन: खुलने के कारण मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। इस केस के मुख्य गवाह मुख्तियार सिंह ने सोमवार को एसआईटी के सामने पेश हुए और कमलनाथ के खिलाफ गवाही देने की हामी भरी। बता दें, इससे पहले नानावती कमीशन के सामने भी मुख्त्यार सिंह कमलनाथ के खिलाफ गवाही दे चुका है।
वहीं, इस मामले में एक पत्रकार संजय सूरी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गवाही होगी। मामला बढ़ता है को सीएम की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भाजपा पहले ही इस मामले में उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए है।
ये है पूरा मामला
1984 सिख विरोधी दंगों में 1 नवंबर 1984 को गुरुद्वारा रकाबगंज में आगजनी हुई थी और 2 सिखों को मार दिया गया था। आरोप हैं कि कमलनाथ समेत कांग्रेस के कई नेता भीड़ को भड़का रहे थे। आरोप है कि आगजनी और गुरुद्वारा रकाबगंज में भीड़ को कमलनाथ और अन्य साथी लीड कर रहे थे। मुख्त्यार सिंह से पहले संजय सूरी ने भी लिखत रूप से एसआईटी को कहा है कि वह कमलनाथ के खिलाफ गवाही देने के लिए तैयार हैं। एसआईटी जब भी उनको बुलाएगी वह पेश होंगे।