Edited By meena, Updated: 13 Apr, 2021 01:29 PM
मध्य प्रदेश में जहां एक तरफ कोरोना का संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है तो दूसरी ओर जीआरपी पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां पुलिस एक कोरोना पॉजिटिव आरोपी को दूसरे निगेटिव आरोपी के साथ शहर भर में पैदल मार्च करवाते हुए जेल तक लाया गया। इस दौरान...
जबलपुर(विवेक तिवारी): मध्य प्रदेश में जहां एक तरफ कोरोना का संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है तो दूसरी ओर जीआरपी पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां पुलिस एक कोरोना पॉजिटिव आरोपी को दूसरे निगेटिव आरोपी के साथ शहर भर में पैदल मार्च करवाते हुए जेल तक लाया गया। इस दौरान जो भी पुलिस को पीपीई किट के साथ इन आरोपियों को देखा उनके रौंगटे खड़े हो गए कि आखिर कैसे कोरोना पॉजिटिव आरोपी को बीच शहर से पैदल जेल लेकर जाया जा रहा है।
दरअसल, जबलपुर जीआरपी पुलिस ने हाल ही में चोरी करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उसके बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया कि पहले आरोपियों को कोरोना टेस्ट करवाया जाए और फिर जेल भेजा जाए। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने दोनों आरोपियों का टेस्ट करवाया। जहां से एक पॉजिटिव और एक निगेटिव आया। लेकिन हद तो तब हो गई जब रिपोर्ट आने के बाद भी दोनों को एक साथ एक ही हथकड़ी से बांधकर लाया गया।
खास बात यह कि जीआरपी पुलिस अधिकारी खुद पीपीई किट पहनें हुए हैं लेकिन नेगेटिव आरोपी को कोरोना पॉजिटिव आरोपी के साथ पैदल जेल ले जाया गया। पुलिस से जब इस संबंध में पूछा गया तो उनका कहना था कि जीआरपी थाने की गाड़ी खराब हो गई थी इसलिए पैदल ले जाया जा रहा है। वही उनसे जब ये पूछा गया कि आप एम्बुलेंस बुला लेते तो उनका कहना था कि ये अधिकारियों को सोचना था ।
आपको बता दें कि जबलपुर में इन दिनों कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जबलपुर में रोजाना 400 से भी ज्यादा केस आ रहे हैं। रोजाना मौतें हो रही है बावजूद इसके जीआरपी की ये बड़ी लापरवाही कोरोना को और भी अधिक फैला सकती है। बहरहाल अब देखना ये होगा कि इस पूरे मामले में राज्य सरकार संबधित जीआरपी के खिलाफ क्या कदम उठाती है।