Edited By Vikas kumar, Updated: 29 Aug, 2019 11:50 AM
मध्य प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर मामला उलझता जा रहा है। बुधवार को पार्टी के भीतर गुटबाजी देखने को मिली। गुटवाजी के अलग-अलग धड़े अपने नेताओं को अध्यक्ष बनाने चाहते हैं। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का...
भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर मामला उलझता जा रहा है। बुधवार को पार्टी के भीतर गुटबाजी देखने को मिली। गुटवाजी के अलग-अलग धड़े अपने नेताओं को अध्यक्ष बनाने चाहते हैं। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का नाम भी तेजी से सामने आया है। बता दें कि अजय सिंह के बंगले पर करीब दो दर्जन से ज्यादा कांग्रेसी विधायकों ने बुधवार को मुलाकात की। सभी ने अजय सिंह को अध्यक्ष बनाने का समर्थन भी किया है। वहीं दिल्ली में भी अध्यक्ष चुने जाने को लेकर बैठकों का दौर जारी है।
दरअसल, दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर मंथन तेज हो गया है। वहीं समर्थकों ने भी अपने-अपने नेताओं की दावेदारी करना शुरु कर दिया है। ऐसे में पार्टी में गुटबाजी भी खुलकर सामने आने लगी है। जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों ने उनका नाम पार्टी हाईकमान तक पहुंचाया, तो दूसरी ओर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के नाम को लेकर भी सियासत तेज होने लगी है। सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कद्दावर मंत्री गोविंद सिंह ने अजय सिंह से उनके बंगले पर मुलाकात की। बता दें कि करीब 25 से ज्यादा विधायक एक साथ अजय सिंह के बंगले पहुंचे और एक घंटे की चर्चा के बाद सभी विधायकों ने बंगले से बाहर निलकर अजय सिंह को अध्यक्ष पद का सबसे सही उम्मीदवार बताया।
बाला बच्चन का नाम आगे
हालांकि अजय सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए अपने नाम को लेकर सभी अटकलों पर विराम लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि उनका नाम पीसीसी चीफ की रेस में शामिल नहीं है और न ही पहले कभी था।सोनिया गांधी अध्यक्ष पद के नाम का ऐलान करेंगी। वही अंतिम निर्णय लेंगी। हालांकि, अजय सिंह के बंगले पर हुई चर्चा के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पहला मायना खुद की दावेदारी को लेकर है, तो दूसरा मायना किसी की दावेदारी के विरोध को लेकर है। सिंधिया और अजय सिंह के नाम के अलावा भी सीएम कमलनाथ के करीबी कहे जाने वाले बाला बच्चन का नाम भी अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे है।