Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 27 Apr, 2019 04:46 PM
पीथमपुरा के खंडवा गांव में सत्तर वर्षीय कौशल्याबाई की हत्या का सनसनीखेज मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जिसमें पुलिस ने बेहद चौकाने वाले खुलासे करते हुए बताया कि कौशल्याबाई पति जगन्नााथ चौधरी को बेटे रंजीत ने जायदाद और गहनों के लालच में मौत के...
महू: पीथमपुरा के खंडवा गांव में सत्तर वर्षीय कौशल्याबाई की हत्या का सनसनीखेज मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जिसमें पुलिस ने बेहद चौकाने वाले खुलासे करते हुए बताया कि कौशल्याबाई पति जगन्नााथ चौधरी को बेटे रंजीत ने जायदाद और गहनों के लालच में मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने रंजीत और उसके दोस्त जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह हुए इस हत्याकांड का पुलिस ने शुक्रवार दोपहर पर्दाफाश किया। पुलिस ने बताया कि रंजीत की गतिविधियां लगातार संदिग्ध लग रही थी। इससे पहले घटनास्थल को देखकर भी पुलिस ने हत्यारा करीबी होने की आशंका जताई थी, वहीं खोजी कुत्तों ने भी बार-बार घटना से रंजीत की ओर इशारा किया। इसके बाद शक के आधार पर जब रंजीत से पूछताछ की गई तो उसने गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन सख्ती के बाद उसने अपराध कबूल लिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार और लूटी गई रकम बरामद कर ली है।
रंजीत ने बताया कि दो दिन पहले ही उसने दोस्त दूध व्यापारी जितेंद्र चौधरी के साथ हत्या की साजिश रची। दोनों के बीच तय हुआ कि मां के मरने के बाद घर रंजीत के हिस्से में आएगा और वहीं लूटी गई रकम जितेंद्र के हिस्से में आएगी, जिससे वह अपना कर्ज चुका लेगा। इसके बाद दोनों ने सुबह कौशल्या बाई का गला घोंट दिया और बेसुध होने पर चारा काटने की मशीन के ब्लैड से शव का पैर टखने से काटकर चांदी के कड़े, टॉप्स और दूसरे आभूषण निकाल लिए।