Edited By Vikas kumar, Updated: 11 Oct, 2019 10:01 AM
कमलनाथ सरकार के भोपाल के दो हिस्सों में बांटने वाले फैसले के विरोध में बीजेपी अब खुल कर सामने आ गई है। भोपाल के मानस भवन में दो अलग अलग नगर निगम बनाए जाने के विरोध में शिव...
भोपाल: कमलनाथ सरकार के भोपाल के दो हिस्सों में बांटने वाले फैसले के विरोध में बीजेपी अब खुल कर सामने आ गई है। भोपाल के मानस भवन में दो अलग अलग नगर निगम बनाए जाने के विरोध में शिवराज ने जवाब देते हे कहा कि 'जब देश में चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे बड़े महानगरों में एक ही नगर निगम है, फिर भोपाल नगर निगम का बंटवारा करने की क्या जरूरत है?
शिवराज ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘जैसे लॉर्ड कर्ज़न ने बंगाल को हिन्दू-मुस्लिम जनसंख्या के आधार पर बांट दिया था। ऐसी ही मानसिकता कांग्रेस की है, जो राजा भोज की नगरी के दो टुकड़े करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि लार्ड कर्जन ने 1906 में सांप्रदायिक आधार पर बंगाल का विभाजन किया था। उसका जबरदस्त विरोध हुआ था। बाद में बंग भंग के खिलाफ हिंदुस्तानियों ने आंदोलन चलाया, जिससे अंग्रेजों को झुकना पड़ा। यही मानसिकता कांग्रेस की आज दिखाई दे रही है। भोपाल नगर निगम को बांटना ‘फूट डालो और शासन करो’ की साजिश है।
वहीं मिडिया से बात करते हुए महापौर आलोक शर्मा ने कहा है कि ‘हम शहर के एक-एक घर पर जाकर इस निगम को दो भागों में बांटने के फैसले का विरोध करेंगे। बटवारे के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। बता दें कि बीजेपी की इस बैठक में पूर्व महापौर कृष्णा गौर उमाशंकर गुप्ता समेत कई अन्य नेता भी इस बैठक में मौजूद रहे।