Edited By Vikas Tiwari, Updated: 06 Mar, 2021 08:41 PM
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक ऐसा थाना है, जहां पर लॉकअप का मालखाने सहित पुस्तकालय भी मौजूद है और यह ऐसा पुस्तकालय है, जहां पर न सिर्फ पुलिसकर्मी बल्कि आम आदमी भी बैठ कर किताबें पढ़ सकते हैं। संभवतः यह मध्य प्रदेश का पहला थाना होगा।
सिंगरौली (अनिल सिंह): मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक ऐसा थाना है, जहां पर लॉकअप का मालखाने सहित पुस्तकालय भी मौजूद है और यह ऐसा पुस्तकालय है, जहां पर न सिर्फ पुलिसकर्मी बल्कि आम आदमी भी बैठ कर किताबें पढ़ सकते हैं। संभवतः यह मध्य प्रदेश का पहला थाना होगा।
एमपी के सिंगरौली जिले का यह मोरवा थाना है हालांकि किताबों से भरे इस वीडियो को देखने के बाद आप इस बात के लिए हैरान हो सकते हैं कि क्या यह लाइब्रेरी है या थाना? लेकिन आपको बता दें कि यह थाना परिसर में स्थापित पुस्तकालय है। इस पुस्तकालय में साहित्य से लेकर उपन्यास और प्रतियोगी परीक्षाओं में सहयोग करने वाली हर वह किताब मौजूद हैं। जिसकी प्रतियोगी को जरूरत होती है। जी हां सही समझा है आपने, थाना में पुस्तकालय इस पुस्तकालय में एक हजार से ज्यादा किताबें मौजूद हैं। सिंगरौली जिले की मोरवा थाना पुलिस ने जन सहयोग और आपसी कंट्रीब्यूशन से इस लाइब्रेरी को शुरू किया है। अब आसपास के न सिर्फ आम लोग बल्कि खुद पुलिस अधिकारी भी इस लाइब्रेरी में पहुंचकर किताबे देख रहे हैं।
संभव है कि यह मध्य प्रदेश का पहला ऐसा थाना है जिसके परिसर में पुस्तकालय मौजूद हैं। असल में इसके पीछे सोच यह है, कि ज्यादा से ज्यादा लोग पुलिस से जुड़े ताकि सोशल पुलिसिंग की अवधारणा को सच्चाई में बदला जाए और न सिर्फ नवयुवक बल्कि एक आम आदमी भी थाने की सीढ़ियां चढ़ पाए वह भी बिना अपराध किए या बिना फरियादी बने। ये लाइब्रेरी अनोखी इस लिहाज से भी है क्योंकि थाना परिसर की सीढ़ियां कोई आम आदमी नहीं चढ़ना चाहता। लेकिन यहां सिंगरौली की थाना पुलिस ने आम आदमी को भी थाना परिसर में आने के लिए मजबूर किया है। वह भी कोई सजा पाने के लिए नहीं बल्कि ज्ञान हासिल करने के लिए।