Edited By Vikas kumar, Updated: 20 Aug, 2019 11:42 AM
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार की मुश्किले कम होने का नाम ही ले रहीं। आए दिन सरकार के मंत्री व विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर मुश्किले बढ़ा रहे हैं। अब कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं...
भोपाल: मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार की मुश्किले कम होने का नाम ही ले रहीं। आए दिन सरकार के मंत्री व विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर मुश्किले बढ़ा रहे हैं। अब कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इमरती देवी का कहना है कि अफसरों के कब तबादले हो जाते हैं, पता नहीं चलता। हमसे पूछा तक नहीं जात, गृहमंत्री सबके केस वापस ले रहे हैं लेकिन हमारे नहीं। आखिर में अपनी बात किससे कहूं।
दरअसल, रविवार को राजधानी भोपाल में अजाक्स के प्रांतीय सम्मेलन में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी नाराज दिखीं। इमरती देवी ने कहा 2 अप्रैल 2018 तो अनुसूचित जाति के लोग शांतिपूर्वक तरीके से शहर बंद करना चाहते थे, लेकिन हमारे ही लोग मरे और हम पर ही केस लगा दिया गया। यह बात मुझे मुख्यमंत्री कमलनाथ और गृह मंत्री बाला बच्चन के सामने कहने थी पर वो कार्यक्रम से चले गए। अब अपनी बात किसको सुनाऊं, यहां मौजूद लोग तो मेरे लोग हैं इनको तो कभी भी सुना सकती हूं।
इमरती देवी ने आगे कहा गृहमंत्री बिजली, पानी सहित अन्य मामलों के सभी केस वापस ले रहे हैं तो फिर हमारे लोगों पर हुए केस क्यों नहीं ले रहे हैं। वही इमरती देवी ने कहा जेएन कंसोटिया के साथ मैंने सात महीने तक मंत्रालय चलाया। कंसोटिया का कार्यकाल अच्छा रहा लेकिन रातों-रात उनका तबादला कर दिया गया। हमको पता ही नहीं चला। मैं महिला एवं बाल विकास मंत्री हूं, मुझसे पूछ लेते कि कंसोटिया को हटाना है या नहीं।