Edited By Vikas kumar, Updated: 20 Nov, 2018 06:28 PM
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भोपाल में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के 15 सालों पर एक आरोप पत्र जारी किया है। इसके बाद कांग्रेस ने शिवराज पर हमला बोलते हुए कहा कि, प्रदेश...
भोपाल: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भोपाल में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने बीजेपी के 15 सालों पर एक आरोप पत्र जारी किया है। इसके बाद कांग्रेस ने शिवराज पर हमला बोलते हुए कहा कि, प्रदेश सरकार में पिछले 15 सालों की झूठी विकास दर, झूठे कृषि विभाग, झूठी सिंचाई, व्यापम की लूट, बलात्कार, भ्रष्टाचार, किसानों की छातियों पर गोली, बच्चियों के अपहरण, मानव तस्करी और माफियाराज का एक महायुग है, जिसने मध्यप्रदेश की भूमि को पूरे विश्व में बदनामी का शिकार बनाया है।
प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस ने एक के बाद एक बीजेपी पर जमकर आरोप लगाए हैं और इसी बीच पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ बनाया गया आरोप पत्र जारी किया है।
सरकार किसानों का हितैषी बनने का नाटक कर रही है....
- सरकारी आकड़ों के अनुसार वर्ष 2004 से 2016 तक, हर रोज चार किसानों को आत्म हत्या करने पर मजबूर हैं।
- मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जहां के मुख्यमंत्री के गृह जिले के 24 गावों के किसानों ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की, हर दिन 4 किसान फांसी के फंदे पर झूल जाते हैं।
- फसल बीमा और भावान्तर योजना से दलालों ने चांदी काटी और किसान मुरझा गया, मंदसौर में शांतिप्रिय किसान भाइयों पर चलवाई गयी गोलियों से 23 साल की निर्दोष बच्ची विधवा हो गयी, डेढ़ साल का मासूम बच्चा अनाथ हो गया मगर गोली चलाने वालों पर सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की।
- किसानों की आय तो दोगुनी हुई नहीं, लेकिन मामा के बगीचे के अनार करोड़ों रूपये उगलने लगे, उनके फूलों से करोडो की आमदनी होने लगी, दूध 60 रूपए लीटर बिकने लगा, मध्यप्रदेश की गायें गली-चैराहों और सड़कों पर मौत का शिकार हो रही हैं।
- हजारों किसानों पर बिजली चोरी के झूठे मुकदमे बनाये गए, 15 साल में 1500 किसान आंदोलन हुए, मूंग की दाल का घोटाला करने वाले कलेक्टर अभी भी मस्त घूम रहे है, प्याज घोटाले में 500 करोड़ की लूट करने वाले निश्चिंतता की नींद सो रहे हैं।
भ्रष्टाचार को लेकर आरोप...
- व्यापम के माध्यम से 50-60 हजार करोड़ का लेनदेन हुआ, घूंस देने वाले तो जेल चले गए और लेने वाले सुख कि नींद सो रहे हैं। उनके बच्चे विदेशों में सैट हो गये हैं व्यापमं अभी भी जारी है, भले ही उसका नाम बदल दिया गया हो
- शिवराज सरकार के ई-टेंडर के माध्यम से 40 हजार करोड़ का टेंडरों में घोटाला किया गया। इन घोटालों ने प्रदेश के विकास की नींव को हिलाकर रख दिया है।
- हिन्दुओं के आस्था के महाकुंभ सिहस्थ को भी शिवराज सरकार ने भ्रष्टाचार से नहीं बख्शा।
- पिछले 15 सालों में भाजपा सरकार ने प्रदेश की खनिज संपदा मां नर्मदा सहित अन्य नदियों में अवैध रेट उत्खनन कर उनकी छाती को छलनी किया है।
- मनमोहन सिंह की सरकार ने राहुल गांधी की पहल पर बुंदेलखंड क्षेत्र में पीने के पानी की त्रासदाहि समस्या से निपटने के लिए बुंदेलखंड पैकेज में लगभग 3 हजार करोड़ पैकेज के रूप में दिए, पूरा पैसा लूट की भेंट चढ़ गया।भाजपा के कैबिनेट मंत्रियों ने बयान देकर इस लूट पर आपत्ति जताई, जांचें हुईं लोग दोषी पाए गए, मगर क्या मजाल की कार्यवाई हो जाती, बुंदेलखंड की दो करोड़ जनता ने देखा की किस तरह मामा के मामयावरे वालों ने जनता के कल्याण के पैसे का शीरा पी लिया।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर आरोप...
- एनसीआरबी, केंद्र सरकार की रिपोर्ट में मध्यप्रदेश बलात्कार के मामले में पूरे देश में अव्वल है। बहन, बेटियों और भांजियों को सुरक्षा एवं सम्मान ना दिला सकने वाली असक्षम भाजपा सरकार पर लानत है
- सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 12 साल में 46 हजार 317 बलात्कार हुए हैं। मतलब शिवराज सिह की भाजपा सरकार के पिछले 12 सालों में हर रोज़ औसतन 11 बहन बेटियों का बलात्कार हुआ है। अर्थात हर दो घंटों में, एक बहन बेटी की इज्जत लूटी जाती रही।
- राज्य अपराध अनुसंधान की रिपोर्ट भी यह कहती है कि प्रदेश में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर भोपाल है, जो प्रदेश की राजधानी है और जहां मामा मुख्यमंत्री रहते हैं। वर्ष 2004 सेअब तक घटना ये करीब 10 गुना बढ़ी है। क्या भाजपा सरकार अपनी पुस्तक 2003-2017, ‘‘दावे नहीं प्रमाण’’ में उपरोक्त आकड़ें दर्ज करेगी?
स्वास्थ व्यवस्था को लेकर आरोप...
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य की स्थिति झारखंड और छत्तीसगढ़ से भी बदतर है।
- सेम्पल रजिस्ट्रेशन सर्वे ने जनवरी 2018 में अपनी रिपोर्ट में बताया कि मध्यप्रदेश के अस्पतालों में 36.4 प्रतिशत मरीज इलाज के अभाव में मर जाते हैं, इनमें से 33.7 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में, और 46.1 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में।
- नीति आयोग ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मध्यप्रदेश में बाल मृत्युदर देश में सबसे ज्यादा है।
- प्रति हजार 62 बच्चे मध्य प्रदेश में जन्म लेने के बाद 5 वर्षकी आयुके पहले ही दम तोड़ देते हैं।
- प्रदेश के 1172 प्रायमरी हेल्थ सेंटर मे से 503 बगैर डॉक्टर के चल रहे हैं। यह रिपोर्ट कैग की है जो वर्ष 2016 में जारी हुई है, रिपोर्ट में मुताबिक डॉक्टर और स्टाफ की कमी के कारण 3 लाख 32 हजार गर्भवती महिलाओं को टीके नहीं लगे।
शिक्षा व्यवस्था को लेकर आरोप...
- सरकारी आंकड़ों के अनुसार आज प्रदेश में करीब 55% बालिकाएं आठवी के बाद नहीं पढ़ पा रही है।
- प्रदेश में आज 10 हजार ऐसे स्कूल हैं जहां एक भी अध्यापक नहीं हैं।
- मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही 175 स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं।
- शिक्षा के अधिकार के तहत जो राशि मिली उसमें19 करोड़ का घोटाला हुआ।
- सरकारी स्कूलों के निर्माण में 850 करोड़ रूपए में से 400 करोड़ रूपए का घोटाला हुआ है।
शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज मध्यप्रदेश कांग्रेस का यह आरोप-पत्र लूट के इस महा-संसार की एक छोटी सी झलक है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के हर नेता का शहंशाही दामन झलकता है। यही कारण है की आज प्रदेश में उनके नेताओं को जूतों की माला पहनाई जा रही है, और प्रदेश की सबसे सम्मानित महिला को भी जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है।